रायपुर। शिक्षाकर्मियों के शिक्षक पंचायत संवर्ग में संविलियन के पूर्व उन्हें एरियर भुगतान में 14 करोड़ 71 लाख रुपये की गड़बड़ी सामने आई है। जांजगीर चांपा व सक्ती जिलों के नौ खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) व जनपदों के दस मुख्य कार्यपालन अधिकारियों (सीईओ) ने राज्य शासन व वित्त विभाग की अनुमति के बिना ही मनमाने तरीके से एरियर का भुगतान कर डाला।
लोक शिक्षण संचालनालय ने मामले की जांच की और शिकायत मिलने पर प्रथम दृष्टया गंभीर अनियमितता की पुष्टि की। डीपीआइ ने रिपोर्ट सामान्य प्रशासन विभाग को भेजी है, लेकिन अब तक दोषी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। शिक्षाकर्मियों का संविलियन एक जुलाई 2018 से किया गया। इससे पहले कई शिक्षाकर्मी वर्ग तीन से दो पर प्रोन्नत हो गए थे। जो प्रोन्नत हुए थे उन्हें उच्च पद के अनुसार एरियर का भुगतान किया गया था। संविलियन के बाद शिक्षाकर्मी सरकार के नियमित कर्मचारी बन गए और मामला दब गया

विकासखंड मालखरौदा, सक्ती, नवागढ़, जैजैपुर, अकलतरा, बम्हनीडीह, पामगढ़, बलौदा और डभरा के बीईओ तथा मालखरौदा, जैजैपुर, बम्हनीडीह, डभरा, पामगढ़, बलौदा,अकलतरा, नवागढ़ और सक्ती के सीईओ इस गड़बड़ी में शामिल पाए गए है। लेखापाल, कक्ष अधिकारी और क्लर्क की सूची भी सरकार को सौपी गई है। मालखरौदा में बी एक्का, बीएल खरे, एमएल प्रधान, श्याम लाल साहू सक्ती में एमडी खूंटे, नंदलाल पटेल, केपी राठौर, नंदलाल पटेल, अमोल मानिकपुरी, नवागढ़ में आरएल जायसवाल, जागेश्वर लहमोर, विजय कुमार लहरे, जैजैपुर में एआर लहरे, यूआर पटेल, एमडी दीवान, आशुतोष शर्मा, विजय कुमार सिदार, बृजेश दुबे और पुष्पेंद्र सिदार अकलतरा में सीके घृतलहरे, बीएल सिदार, लक्ष्मण सराफ, कुमारी बी. रक्षित, वीआरपी पाटले ,बम्हनीडीह में कमल कपूर बंजारे, द्वारिका प्रसाद राठौर, पामगढ़ में जेके शास्त्री, एसआर रत्नाकर, डी.बघेल, बलौदा में राजकुमार बंजारे, श्याम रतन खांडे, देवेंद्र कुमार और डभरा में टीसी भोई. कमलेश पटेल, रोहित कुरै, गणेश कुमार साहू और बीएस बंजारे के विरूद्ध राज्य सरकार को रिपोर्ट दी गई है।


