देवभोग :- पेड़ जीवन का आधार है आज जिस तरह से वन को खतम किया जा रहा है उससे निश्चित है मानव जीवन में बदलाव देखने को मिला है,पेड़ो के शुद्ध आक्सीजन मिलने के साथ साथ कार्बन डाई आक्साइड को भी अवशोषित करती है,आज भारत समेत विश्वभर में वृक्षारोपण के अनेक कार्यक्रम चलाए जा रहे है,लेकिन इस उलट गरियाबंद जिले के अंतिम छोर में बसे धुपकोट क्षेत्र में जंगलों की धुआंधार कटाई का मामला सामने आया है,पहले कई एकड में फैला जंगल लगातार सिमटामता जा रहा है,वही दूसरी ओर प्रदेश सरकार भी इन जंगलों को बचाने में अनेक प्रकार योजना के ला रही है,अनेक प्रकार के वृक्षारोपण कार्यक्रम चला रही है।
क्या कहते है ग्रामीण
उस क्षेत्र के युवा नेता निराकार डोंगरे ने हमसे चर्चा करते हुए बताया है की एक जमाने में धूपकोट के आसपास बहुत जंगल हुआ करता था आज अधिकारी कर्मचारी के सांठगाठ के चलते कुछ दलालों द्वारा पूरे क्षेत्र में जंगलों का बंटाधार हो चुका है,जल्द ही जिम्मेदार अधिकारी पर कार्यवाही के लिए प्रभारी मंत्री से शिकायत करूंगा तथा उचित कार्यवाही नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवाल
लगातार होते अवैध कटाई के बीच वन विभाग के अधिकारियों की मौन धारण उनके ऊपर सवाल खड़ा कर रहा है की आखिर क्यों इन जंगल काटने वाले पर कार्यवाही नहीं हो रही है।
वही मीडिया मे खबरे चलने के बाद 8 लोगो के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए जेल भेजे जाने की सूचना मिली है देवभोग वनपरिक्षेत्र मे आये दिन अतिक्रमण की खबरे आती रहती है।


