
खुज्जी विधानसभा में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए दावेदार सक्रिय
*मुज्जम्मिल खान की रिपोर्ट*
छुरिया: प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।महज तीन से चार महीनों के बाद विधानसभा चुनाव होना तय है।जिसे देखते हुए प्रदेश का एक मात्र चर्चित विधानसभा खुज्जी में दोनो ही पार्टी के अनेक दावेदार सक्रिय हो चुके है।सभी दावेदार अपना रेंज बढ़ाते हुए गांव गांव में लोगो के बीच संपर्क साधने लग चुके है।साथ ही अपने अपने पार्टी के योजनाओं एवं महत्व का बखान कर रहे है।लेकिन जनता के मन में क्या चल रहा है यह कोई नही बता सकता।वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम को देखा जाए तो कांग्रेस अपने गुटबाजी के कारण नुकसान में दिख रही है।वही भाजपा भी भाटिया जी के स्वर्गवास पश्चात बैगफूट पर दिखाई पड़ती है।चुकी राजनीति एवं क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है।जिसमे कब क्या हो जाए यह कोई नही बता सकता।खुज्जी में सत्तादल रूढ़ दल कांग्रेस से वर्तमान विधायक श्रीमती छन्नी साहू जो उपमुख्यमंत्री खेमे से है।इसलिए मजबूत स्थिति में नजर आ रही है।इसी तरह कांग्रेस के जिला महामंत्री एवं जनपद सदस्य चुम्मन साहू जो निर्विवाद एवं सक्रिय रूप से राजनीति कर रहे है एवं जनसंपर्क में सबसे आगे नजर आ रहे है व साहू फैक्टर में फिट बैठते है।यह भी मजबूत स्थिति में दिखाई पड़ते है।इसी तरह कांग्रेस के युवा नेता तरुण सिन्हा भी विधानसभा टिकट के दौड़ में शामिल है।इसी क्रम में पूर्व विधायक भोलाराम साहू पर भी पार्टी पुनः दांव खेल सकती है।इसी क्रम में जिला महिला कांग्रेस सचिव सीमा यादव भी अच्छे जनसंपर्क की वजह से विधानसभा टिकट के दौड़ में शामिल है।
भाजपा से इसी तरह पूर्व मंत्री के पुत्र जगजीत सिंह भाटिया जनसंपर्क में सबसे आगे नजर आ रहे है।जिन्हे भाटिया जी के लोकप्रियता का लाभ मिल सकता है।इसी तरह वर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गीता घासी साहू भी मजबूत राजनीतिक स्थिति में नजर आ रहे है।इसी क्रम में शिव भक्त व भाजपा युवा नेता दिनेश साहू भी टिकट के दौड़ में शामिल है।इसी तरह भाजपा की जनपद अध्यक्ष श्रीमती किरण वैष्णव भी अच्छे जनसंपर्क व निर्विवाद राजनीतिक की वजह से विधानसभा टिकट के दौड़ में शामिल है।इसी तरह भाजपा के कद्दावर व वरिष्ठ अम्बागढ़ चौकी मंडल अध्यक्ष गुलाब गोस्वामी पर भी पार्टी दांव अजमा सकती है।
चुकी यह चेहरे विधानसभा के दौड़ में लगे हुए है।अब यह देखना होगा कि इस दौड़ में दोनो ही पार्टी से कौन दावेदार टिकट लाने सफल होता है।खुज्जी विधानसभा में जनसंख्या अनुपात देखा जाए तो आदिवासियों के बाद क्षेत्र में साहू समाज की संख्या सर्वाधिक है।इसी लिए इस विधानसभा में साहू फैक्टर का असर दिखाई पड़ता है।इसी लिए विगत तीन चार विधानसभा चुनाव के समय से दोनो ही पार्टी साहू उम्मीदवार को टिकट देते है।अब यह देखना होगा कि आगामी विधानसभा में दोनो ही पार्टी किस दावेदार को मजबूत मानकर टिकट देगी।


