गरियाबंद 26 मार्च 2025/ कलेक्टर श्री दीपक अग्रवाल के निर्देशानुसार सरकारी विभागों के कर्मचारियों की देर से कार्यालय आने और गायब हो जाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए संयुक्त जिला कार्यालय परिसर के विभागों में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक फेस से उपस्थिति की व्यवस्था लागू की गई है। इसके तहत सभी अधिकारी कर्मचारियों के बायोमेट्रिक पद्धति के तहत ऑनलाइन पंजीयन किया गया है। साथ ही उनके मोबाइल में भी सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया गया है। जिसके माध्यम से कार्यालय आने पर अपने मोबाइल से सॉफ्टवेयर ओपन करके अपनी लाइव फोटो सहित उपस्थिति दर्ज कर रहे हैं। सॉफ्टवेयर की खास बात यह है कि शासकीय सेवक जिला कार्यालय परिसर से 100 मीटर के दायरे तक में ही रहकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं। उसके बाहर रहकर उपस्थिति नहीं दर्ज करा सकते। कार्यालय समय पश्चात जाते समय भी बायोमेट्रिक में लॉगआउट करना रहता है। इसके फलस्वरुप एक दिन में शासकीय सेवक के कार्यालय आने और जाने का समय रिकॉर्ड में दर्ज हो रहा है। बायोमेट्रिक से उपस्थित दर्ज होने की व्यवस्था लागू होने से सभी अधिकारी-कर्मचारी कार्यालयीन समय पर कार्यालय पहुंचकर अपनी दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। कलेक्टर श्री अग्रवाल के निर्देशानुसार बायोमेट्रिक से उपस्थित जिले के अन्य शासकीय कार्यालय में भी अप्रैल माह से शुरू हो जाएगी। इसके लिए शासकीय अधिकारी कर्मचारियों की पंजीयन सुनिश्चित की जा रही है।
जिला कार्यालय में बायोमेट्रिक उपस्थिति के लिए आधार सक्षम बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली उपकरण लगाए गए है। शासकीय सेवक अपने मोबाइल से या बायोमेट्रिक उपकरण से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। सॉफ्टवेयर में शासकीय सेवकों के छुट्टियों से संबंधित प्रकरण और मैदानी भ्रमण के विकल्प भी अपडेट किया जा रहा हैं। जिससे शासकीय सेवकों को अवकाश या मैदानी भ्रमण की एंट्री में भी दिक्कत नहीं होगी। इसी प्रणाली के सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन स्वीकृति या खारिज की जाएगी। कलेक्टर श्री अग्रवाल ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किए हैं कि उनके अधीनस्थ अधिकारी कर्मचारी नियमित रूप से बायोमेट्रिक माध्यम से ही अपनी उपस्थिति दर्ज कराएं। इसमें दर्ज उपस्थिति के आधार पर ही वेतन का आहरण किया जाएगा। विलंब से कार्यालय आने की एंट्री और बिना अनुमति अवकाश पर जाने की प्रकरणों पर नियमानुसार कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी।


