
रायपुर। छत्तीसगढ़ मे प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई और जांच के बीच कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने शनिवार को सरेंडर कर दिया। अपर सत्र न्यायाधीन अजय सिंह राजपूत की अदालत में उन्होंने 3:30 बजे सरेंडर कर दिया। करीब ढाई घंटे तक चली बहस के बाद कोर्ट ने उन्हें 12 दिन की ईडी हिरासत में सौंप दिया। कारोबारी सूर्यकांत तिवारी अपने अधिवक्ता फैसल रिजवी के साथ दोपहर 3:30 बजे न्यायालय पहुंचे। कोर्ट से उन्होंने आवेदन कर कहा कि उनको राजनीतिक द्वेष से फंसाया जा रहा है तथा उनकी जान को खतरा है। मामला बनने से पहले ही उनको लेकर षड्यंत्रपूर्वक ट्वीट किया जा रहा है। उन्होंने न्यायालय से यह भी कहा कि सर्वोच्च नयायालय के दिशा-निर्देशानुसार ही उनसे पूछताछ की जाए। सूर्यकांत की पैरवी के लिए फैसल रिजवी के के साथ ही अधिवक्ता हर्ष परगनिहा,हेमंत साहू, अपर्णा दीवान भी मौजूद थे। आवेदन मे यह भी कहा गया हैकि आयकर की टीम ने जून-जुलाई 22 में आवेदक के संस्थान में
कार्यवाही की थी। आयकर विभाग के अधिकारी ने
जो-जो जानकारी मांगी थी, आवेदक ने उन्हें प्रदान की
है। आवेदन में यह भी कहा गया है कि वह ईडी की जांच में भी पूरा सहयोग करने तैयार हैं।
इससे पहले आयकर ने की है कार्रवाई : आयकर अन्वेषण, भोपाल मुख्यालय की टीमों ने इससे पहले कोयला परिवहन को लेकर प्रदेश मेंबीते 30 जून को छापामार कार्रवाई की थी। इसके बाद 4 जुलाई 22 को केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड नई दिल्ली ने एक विज्ञप्ति जारी कर 200 करोड़ रुपए से अधिक की अवैध कमाई सामने आने का दावा किया था। आयकर की यह कार्रवाई रायपुर के साथ ही भिलाई, रायगढ़,कोरबा,बिलासपुर, सूरजपूर सहित कई शहरों में की गई थी। आयकर अन्वेषण के भोपाल मुख्यालय द्वारा इसकी जांच अभी भी जारी है।
आत्मसमर्पण का प्रावधान नहीं :
ईडी प्रवर्तननिदेशालय की ओर से न्यायालय में डिप्टी सालिटर जनरल ऑफ इंडिया रमाकांत मिश्रा ने आत्मसमर्पण को चुनौती दी और कहा कि पीएमएलए एक्ट के तहत सरेंडर करने का प्रावधान नहीं है। श्री मिश्रा के साथ ईडी ओर से अधिवक्ता ब्रजेश मिश्रा और शरद मिश्रा भी उपस्थित थे। इसके बाद ईडी की ओर से सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार कर न्यायालय से 14 दिन की ईडी हिरासत में पूछताछ के लिए रिमांड मांगी गई। गौरतलब है कि कोयला घोटाले की जांच कर रही ईडी ने सूर्यकांत तिवारी को पूरे घोटाले का सूत्रधार माना है। ईडी की कार्रवाई छत्तीसगढ़ में शुरू होते ही सूर्यकांत लापता हो गए थे। इस मामले में आईएएस समीर बिश्नोई, कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल और तिवारी के करीबी रिश्तेदार लक्ष्मीकांत तिवारी के ठिकानों पर ईडी छापेमारी कर चुकी है इन तीनों को हिरासत में लेकर काफी दिनों तक लगातार पूछताछ की गई थी। तीनों आरोपियों को गुरुवार को रिमांड अवधि पूरी हो जाने के बाद अदालत में पेश किया गया था। अदालत इन्हें 10 नवम्बर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।


