पेण्ड्रा/दिनांक 23 अगस्त 2023
मुख्यमंत्री का घोषणा पूरा नहीं हुआ तो लिपिक 4 सितम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल करेंगे,
एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर लिपिकों ने सरकार का ध्यानाकर्षण किया,
पदनाम परिवर्तन कर वेतन विसंगति दूर करने की एक सूत्रीय मांग है लिपिकों की
पेण्ड्रा / लिपिकों के महा अधिवेशन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनके एक सूत्रीय मांग पदनाम परिवर्तन करते हुए वेतनमान सुधार कर वेतन विसंगति दूर करने का घोषणा किया था लेकिन साढ़े 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी घोषणा पूरा नहीं होने से नाराज लिपिकों ने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर 4 सितम्बर से अनिश्चित कालीन हड़ताल में जाने का ऐलान कर दिया है।
लिपिकों ने एक सूत्रीय मांग पदनाम परिवर्तन करते हुए वेतनमान सुधार कर वेतन विसंगति दूर करने को लेकर समस्त लिपिक संघों के महासंघ छत्तीसगढ़ लिपिक फेडरेशन गठित कर लिया है। जिला गौरेला पेण्ड्रा मरवाही के लिपिक फेडरेशन ने अस्मिता की लड़ाई बताते हुए मंगलवार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया, जिसमें जिले के सैकड़ों लिपिकों ने भाग लिया और जमकर नारेबाजी किया।
लिपिक संघ के जिला अध्यक्ष बलराम मराबी ने बताया कि 17 फरवरी 2019 को लिपिकों के महा अधिवेशन त्रिवेणी भवन बिलासपुर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा लिपिकों के मंच से वेतन विसंगति दूर करने की घोषणा किया गया था किंतु साढ़े 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी आदेश जारी नहीं किया गया। जिसके लिए लिपिक संघ ने मंत्रालय व विधानसभा घेराव कर एवं समय-समय पर ज्ञापन के माध्यम से शासन प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया फिर भी लिपिकों की मांग को अनदेखा किया गया जिससे प्रदेश भर के लिपिकों में आक्रोश व्याप्त है। मांग पूरा नहीं होने के कारण मंगलवार को एक दिवसीय सांकेतिक आंदोलन कर जिले के सभी कार्यालयों के कामकाज ठप कर आंदोलन पर बैठे। लिपिक फेडरेशन ने कहा कि यदि हमारी मांगे पूरी नहीं की जाती है तो 4 सितंबर से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर चले जाएंगे, जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी। सभी लिपिक आंदोलन स्थल से रैली निकालकर कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपे।


