गरियाबंद। गरियाबंद जिले में वन अधिकार पट्टे के वितरण की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहियॆ गत दिनों विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस विधायक जनक राम ध्रुव ने इस मुद्दे क़ो उठाया जिस पर जिले में बहस क़ा मुद्दा बन गया है क्या वाकई जिले में वन अधिकार पट्टे अपात्र लोगो क़ो बांटी गई है जिसमें जनप्रतिनिधि रिश्तेदार शासकीय सेवक के परिजनो क़ो जमकर बांटी गई है सबने जमकर इस अभियान का फायदा उठाया है।
जिला प्रशासन अगर चाहे तो इस आरोप की जाँच करें।
सूत्रों के मुताबिक बिंद्रानवागढ़ के तत्कालीन वन अधिकार समिति के अध्यक्ष ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुये अपने परिजनों क़ो और स्वयम के नाम पर पट्टे बना लिये हद तो तब हो गई जब उसने अपने शिक्षक भाई के पत्नी जो कसडोल में पदस्थ थे के नाम पर पट्टा बना लिया वहीं गांव के एक बहू जो शादी होकर नहीं आयी थी उसके नाम पर एडवांस में उपहार स्वरूप पट्टे बना कर रख दिये शादी के पहले पट्टा तैयार कर लिया गया था।
वहीं पंचायत प्रतिनिधियों ने अपने रिश्तेदार के नाम पर पट्टे बनवाए है वहीं जो वास्तविक भूमि हीन है क़ो आजतक पट्टे नहीं मिले।


