पेण्ड्रा/दिनांक 12 नवंबर 2023
भालु के हमले में एक आंख गंवाने वाली आदिवासी छात्रा अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद दीवाली में घर पहुंची
छात्रा को अब तक 3 लाख रूपये की सहायता सभी विभाग के कर्मचारियों से मिली
छात्रा को रायपुर से घर लाने वन विभाग ने वाहन उपलब्ध कराया
पेण्ड्रा / भालु के हमले से एक आंख गवां चुकी आदिवासी छात्रा ईलाज के बाद दीवाली त्यौहार में रायपुर के अस्पताल से अपने घर पहुंच गई है। उसे घर लाने के लिए वन विभाग ने वाहन उपलब्ध कराया था। छात्रा के स्वस्थ होने के लिए शिक्षक, विभिन्न विभागों के कर्मचारी, अधिकारी, पुलिस कर्मी सहित बड़ी संख्या में लोग आर्थिक सहयोग करने सामने आए थे। जिससे छात्रा को लगभग 3 लाख रूपये का सहयोग मिला है।
छात्रा का रायपुर में इलाज किए डॉक्टरों का कहना है कि अभी आंख का घाव सूखने में कुछ समय और लगेगा। उसका ड्रेसिंग स्थानीय स्तर पर कराते रहना पड़ेगा और सप्ताह में एक बार जांच के लिए उसे रायपुर आना पड़ेगा। डॉक्टरों के अनुसार घाव सूखने के बाद ही चेहरे का प्लास्टिक सर्जरी होगा और नेत्र प्रत्यर्पण के लिए आंख के नसों की जांच होगी।
बता दें कि मरवाही वन परिक्षेत्र के ग्राम नाका के मिडिल स्कूल की 7वीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 वर्षीय छात्रा सुनीता वाकरे पिता ईश्वर सिंह वाकरे पर दशहरा के दिन भालु ने हमला कर एक आंख एवं माथे के पास नाक को नोंच लिया था और शरीर के अन्य हिस्सों के मांस नोंचकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसके बाद छात्रा को गंभीर हालत में रायपुर में भर्ती कराया गया था। छात्रा बहुत ही गरीब परिवार से होने के कारण बड़ी संख्या में लोग आर्थिक सहयोग के लिए सामने आए और साथ ही उसके लिए प्रार्थना भी किए। छात्रा के सकुशल घर पहुंचने की जानकारी मिलने के बाद लोगों ने खुशी जताया है।
छात्रा की हर संभव मदद की जाएगी – डीएफओ
मरवाही वन मंडल के डीएफओ शशि कुमार ने बताया कि शनिवार को जैसे ही उन्हें सूचना मिली कि रायपुर के अस्पताल से छात्रा को डिस्चार्ज किया जा रहा है, वैसे ही वन विभाग ने छात्रा को घर लाने के लिए वाहन का व्यवस्था कराया जिससे कि उन्हें घर पहुंचने में कोई परेशानी न हो। डीएफओ ने कहा कि आगे भी छात्रा की हर संभव मदद की जाएगी।


