
बिलासपुर। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है और इसे बढ़ावा देने वाले लोग जो जड़ हैं वह स्वयं शिक्षक हैं या शिक्षिका है जो अपने सहूलियत के लिए इन सभी बातों को बढ़ावा देते हैं आने वाला समय शिक्षा विभाग के लिए और दुर्लभ होने वाला है क्योंकि इसके कारण देने वाले भी हैं केवल लेने वाले नहीं चाहे लेनदेन का कोई भी मामला हो सत्य यही है इसलिए दोषी केवल अधिकारी हैं ऐसा नहीं है जिसके ऊपर जांच में उंगली उठाई जा रही है गलत तो वह लोग भी हैं जो इन बातों को बढ़ावा देते हैं ऐसे गलत शिक्षक शिक्षिकाओं पर भी कार्यवाही होनी चाहिए जिन्होंने अपने संशोधन या पोस्टिंग के लिए पैसा दिया हो अगर इस तरह का मामला सामने आता है तो संबंधित शिक्षक शिक्षिका जिन्होंने पैसा दिया है एवं संशोधन को दूषित किया है उनको भी कड़ी सजा होनी चाहिए क्योंकि संशोधन शासन की एक प्रक्रिया है लेकिन नियम अनुसार कार्य होना चाहिए धन्यवाद,अगर शासन ने संबंधित अधिकारियों पर अगर इस मामले में कार्यवाही की है तो उन संशोधन प्राप्त शिक्षक शिक्षिकाओं की भी जांच होनी चाहिए जिन्होंने संशोधन कराया है एवं संशोधन करने के लिए कौन से साधन का प्रयोग किया है इसकी भी जांच होनी चाहिए तभी उचित न्याय होगा!! एक आम शिक्षक एलबी सवर्ग की आवाज भूपेंद्र सिंह बनाफर की कलम से!!


