कर्तव्य पथ पर बढ़ना ही श्रेयस्कर – मंगलमूर्ति
शाला परिवार सेम्हरा की ओर से पदोन्नत प्रधान पाठक का सम्मान
गरियाबंद :- जन्म के बाद मनुष्य के सत्कर्म ही उसे ऊंचाईयों की ओर लेकर जाते हैं। मिली हुई जिम्मेदारियों को कर्तव्य समझते हुए निरंतर आगे बढ़ते रहना ही सफलता का मार्ग प्रशस्त करती हैं अतः कर्तव्य पथ पर बढ़ना ही श्रेयस्कर है। शाला परिवार सेम्हरा की ओर से आयोजित सम्मान सह विदाई समारोह में उक्त उद्गार नवपदोन्नत प्रधान पाठक मंगलमूर्ति के है।विदित हो कि शासकीय हाई स्कूल सेम्हरा में पदस्थ शिक्षक मंगलमूर्ति की पदोन्नति प्रधान पाठक प्राथमिक शाला डूमरडीह वि खं छुरा में होने के फलस्वरूप शाला परिवार सेम्हरा द्वारा संस्था में दिए गए उनके योगदान तथा नवीन पदांकित संस्था हेतु शुभकामनाएं प्रेषित कर सम्मान समारोह आयोजित किया गया जिसमें प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला तथा हाई स्कूल सेम्हरा द्वारा संयुक्त रूप से पुष्पगुच्छ भेंट कर शाल श्रीफल से सम्मानित किया गया तथा विभिन्न उपहार सहित भावभीनी विदाई दी गई।इस अवसर पर उपस्थित वक्ताओं ने उनके बहुआयामी व्यक्तित्व, कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासनप्रियता,मिलनसारिता,सामाजिक एवं संगठनात्मक सहयोग तथा शैक्षिक गतिविधियों में उनके योगदान की प्रशंसा करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।इस अवसर पर प्राथमिक शाला प्रधान पाठक परमेश्वर नागेश,शिक्षकगण गिरवर ध्रुव,भुनेश्वरी कंवर ,माध्यमिक शाला प्रधान पाठक शीला भक्त,शिक्षकगण फूल सिंह ध्रुव,चेतन कंवर,हाई स्कूल सेम्हरा प्राचार्य डॉ रीना देवांगन, व्याख्याता ईश्वर दास गिलहरे,भगवती ध्रुव,सेवक राम कंवर,एस कुमार साहू, हीरालाल साहू आदि की उपस्थिति रही। शाला परिवार सेम्हरा की ओर से प्राप्त सम्मान हेतु पदोन्नत प्रधान पाठक मंगलमूर्ति ने हर्ष व्यक्त करते हुए सभी का धन्यवाद किया।


