छत्तीसगढ़ समाचार

ग्रामवार व दिनवार टोकन दिए जाने के नियम के कारण किसानों को लंबे कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा

ग्रामवार व दिनवार टोकन दिए जाने के नियम के कारण किसानों को लंबे कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा

 

 

 

पेण्ड्रा / कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार द्वारा धान खरीदी केन्द्र पेण्ड्रा में किसानों को ग्रामवार एवं दिनवार टोकन दिए जाने का आदर्श व्यवस्था लागू कर दिया गया है जिससे किसान खुश हैं क्योंकि उन्हें टोकन के लिए लंबे कतार में खड़ा नहीं होना पड़ रहा है।

जीपीएम जिले की कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर व तहसीलदार ऋचा चंद्राकर ने धान खरीदी केन्द्र पेण्ड्रा में टोकन के लिए किसानों को लंबी कतार से बचाने के लिए टोकन काटे जाने का जो नियम लागू किया है, उसके अनुसार सोमवार को पेण्ड्रा व ग्राम धनगवां, मंगलवार को पतगवां, बंधी, बुधवार को बचरवार, ललाती, गुरूवार पेण्ड्रा, अड़भार और शुक्रवार को बचरवार, पतगवां के किसानों को टोकन दिया जा रहा है। इससे किसानों को राहत मिली है कि अब उन्हें लंबी लंबी कतार में खड़ा नहीं होना पड़ रहा है। अब सप्ताह के दिन के अनुसार उसी गांव के किसान टोकन कटाने धान खरीदी केंद्र कृषि उपज मण्डी पेण्ड्रा आते हैं जिन किसानों के गांव का दिन नियत रहता है। साथ ही यह व्यवस्था भी लागू की गई है कि प्रतिदिन 1500 क्विंटल धान खरीदी का टोकन दिया जायेगा जिसमें 50% लघु किसान, 30% सीमांत किसान और 20% बड़े किसानों के टोकन काटे जायेंगे। प्रशासन की इस पहल से किसानों को काफी राहत मिली है। हालांकि इस वर्ष शासन द्वारा एप के माध्यम से ऑनलाइन टोकन भी दिया जा रहा है लेकिन ग्रामीण परिवेश के बहुत से किसानों को इस एप से टोकन कटाना नहीं आता है, क्योंकि अधिकतर किसानों को कोड नंबर पता नहीं है जिसके कारण कोड नंबर पता करने के लिए उन्हें खरीदी केंद्र तक जाना पड़ता है जिसके कारण वो किसान खरीदी केंद्र से ही टोकन कटाना बेहतर समझ रहे हैं। वहीं ऑनलाइन टोकन कटाने से कई किसान डर भी रहे हैं, जिसके कारण बहुत से किसान खरीदी केंद्र में आकर ही टोकन लेना बेहतर समझते हैं इसलिए ग्रामवार दिनवार टोकन काटे जाने के नियम से टोकन खिड़की पर भीड़ लगना बंद हो गया है जिससे किसानों को राहत मिल रही है।

60 हजार क्विंटल के लक्ष्य में 20 हजार क्विंटल की खरीदी पूर्ण

धान खरीदी केंद्र पेण्ड्रा में शासन द्वारा 60 हजार क्विंटल धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से 20 हजार क्विंटल धान की खरीदी कर ली गई है।

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