
स्वामी आत्मानंद स्कूल मरवाही के अधूरे निर्माण कार्य से नाराज कलेक्टर ने आरईएस के ईई को लगाया फटकार
बैठने की जगह की कमी से स्कूल के बच्चे हो रहे परेशान
आरईएस के ईई की लेट लतीफी से नाराज पूर्व कलेक्टर ने 3 भवनों का निर्माण एजेंसी पीडब्ल्यूडी को बना दिया था
पेण्ड्रा / आरईएस विभाग के अधिकारी की मनमानी, लापरवाही और लेट लतीफी के कारण स्वामी आत्मानंद स्कूल मरवाही का निर्माण कार्य लंबे समय से अधूरा है, इससे नाराज होकर जीपीएम कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने आरईएस के ईई शरद श्रीवास्तव को जमकर फटकार लगाते हुए जल्द काम पूरा करने का निर्देश दिया है।
बता दें कि इस स्कूल में सिर्फ 12 कमरे होने के कारण 1200 बच्चों के लिए बैठने की जगह की कमी है, जिससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। इसलिए कलेक्टर ने स्कूल के प्रथम तल में कमरों के निर्माण के लिए राशि स्वीकृत किया था, लेकिन काम आधा अधूरा रहने से बच्चों को उसका लाभ नहीं मिल पा रहा है, जबकि आधा शिक्षण सत्र खत्म हो गया है। इसलिए स्कूल में निर्माण कार्य की प्रगति नहीं दिखने और हर बैठक में प्रगति की वही घिसी पिटी जानकारी दिए जाने से कलेक्टर ईई से नाराज हो गईं। मरवाही के नागरिक और स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के पालक भी लगातार शासन प्रशासन से मांग करते आए हैं कि स्कूल का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण हो लेकिन विभागीय लापरवाही की वजह से काम अधूरा पड़ा हुआ है।
स्वामी आत्मानंद स्कूल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ड्रीम प्रोजेक्ट है। इसके लिए स्कूल भवन निर्माण से लेकर शिक्षकों के स्टाफ भर्ती को शासन प्रशासन प्राथमिकता में रखी हुई है लेकिन निर्माण एजेंसी आरईएस शासन की योजना पर पलीता लगाने में जुटी हुई है। आरईएस डिवीजन मरवाही की स्थिति यह है कि यहां पदस्थ ईई निर्माण साइट का दौरा भी नहीं करते हैं क्योंकि लगभग 8 माह बाद उनका रिटायरमेंट है, इसलिए वो किसी तरह से यहां समय काट रहे हैं। उनके समय काटने से निर्माण कार्यों पर काफी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। यही कारण है कि पेण्ड्रा, गौरेला और मरवाही के स्वामी आत्मानंद स्कूल के 3 नए भवनों के निर्माण के लिए आरईएस विभाग से 3 माह तक तकनीकी स्वीकृति नहीं मिल पाने से नाराज पूर्व कलेक्टर नम्रता गांधी तीनों भवनों का निर्माण एजेंसी आरईएस विभाग से बदलकर पीडब्ल्यूडी को बना दिया था। वहीं अब ईई की कार्य प्रणाली से वर्तमान कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने भी काफी नाराजगी जताई है। अब देखना होगा कि कलेक्टर की हिदायत के बाद भी ईई की कार्य प्रणाली में सुधार होता है या नहीं।
बच्चों के बैठने में काफी परेशानी हो रही है – प्रिंसिपल
स्वामी आत्मानंद स्कूल मरवाही के प्रिंसिपल बीके वर्मा ने बताया कि स्कूल में अंग्रेजी माध्यम के लगभग 600 बच्चे पहली पाली में और हिंदी माध्यम के 600 बच्चे दूसरी पाली में मिलाकर 1200 बच्चे पढ़ते हैं। सिर्फ 12 कमरे होने से बच्चों के बैठने की जगह की बहुत कमी पड़ती है। स्टाफ रूम में भी क्लास लगाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि निर्माण एजेंसी की लापरवाही के कारण ही अब तक काम अधूरा है जिसे बच्चों की पढ़ाई के हित में जल्द पूर्ण किया जाना चाहिए।
शासन की मंशा के अनुसार कार्य जल्द पूर्ण किया जाए – सांसद प्रतिनिधि
सांसद प्रतिनिधि राकेश मसीह ने कहा कि स्कूल में कमरों का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण किया जाना चाहिए क्योंकि शासन की यह महत्वाकांक्षी योजना है।


