उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक के फुंडरी में निर्माणाधीन उच्च स्तरीय पुल का किया निरीक्षण
*निर्माण कार्य की धीमी गति पर जताई नाराजगी, अधिकारियों को निर्धारित समयसीमा में कार्य पूर्ण करने के दिए निर्देश*
*फुंडरी पुल – विकास का प्रवेश द्वार-उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा*
*पुल के बन जाने से बीजापुर और नारायणपुर के मध्य की दूरी में उल्लेखनीय कमी आएगी, 13 हजार से अधिक ग्रामीणों को मिलेगा सीधा लाभ*
*विकास का रोडमैप तैयार, सरकार प्रतिबद्ध-उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा*
रायपुर, 03 जुलाई 2025-उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने बीजापुर जिले के एक दिवसीय प्रवास के दौरान भैरमगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम फुंडरी में इंद्रावती नदी पर निर्माणाधीन उच्च स्तरीय पुल का स्थल निरीक्षण किया। इस पुल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है, किंतु अभी दो पिलर का कार्य शेष है। निरीक्षण के दौरान उपमुख्यमंत्री ने निर्माण एजेंसी और संबंधित विभागीय अधिकारियों से अब तक की प्रगति, निर्माण में हुई देरी के कारणों और आगामी कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी ली।
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में निर्देश दिए कि कार्य में विलंब अब किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा कि यह पुल बीजापुर और नारायणपुर जिले के बीच आवागमन का एक महत्वपूर्ण संपर्क बिंदु बनेगा और इसके पूर्ण होने से क्षेत्र के लाखों लोगों के जीवन में परिवर्तन आएगा। उन्होंने पुल निर्माण कार्य को जनसेवा से जुड़ी प्राथमिकता बताते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर इसे एक निर्धारित समयसीमा में गुणवत्तापूर्वक पूर्ण किया जाना चाहिए।
*फुंडरी पुल – विकास का प्रवेश द्वार-उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा*
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि यह पुल केवल एक भौतिक संरचना नहीं, बल्कि बीजापुर और नारायणपुर जिले के हजारों ग्रामीणों के लिए जीवन रेखा है। इस पुल के माध्यम से जहाँ आवागमन की सुविधा सुलभ होगी, वहीं शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाएं जैसे राशन, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, एवं सामाजिक सुरक्षा दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों तक तेज़ी से पहुँच पाएंगी। उन्होंने बताया कि पुल के बन जाने से बीजापुर और नारायणपुर के मध्य की दूरी में उल्लेखनीय कमी आएगी। इससे बीजापुर के ग्राम पंचायत बांगोली, बैल, ताकिलोड़, मर्रामेटा, इतामपारा सहित नारायणपुर के गांव डुंगा, थुरथली, रेखावाया, पिड़ियाकोट के लगभग 13,000 से अधिक ग्रामीणों को सीधा लाभ मिलेगा।
*समर्पण से होगा निर्माण संभव, समयसीमा होगी अनिवार्य*
उपमुख्यमंत्री ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण कार्यों में समर्पण, तकनीकी दक्षता और सतत निगरानी की आवश्यकता होती है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे पुल निर्माण की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा करें, निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच सुनिश्चित करें और कार्य स्थल पर श्रमिकों एवं तकनीकी कर्मचारियों की उपस्थिति बनाए रखें। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि यदि ठेकेदार या एजेंसी निर्माण कार्य को समयसीमा में पूर्ण करने में अक्षम पाई जाती है तो वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।निरीक्षण के दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री भीम सिंह, बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री सुंदरराज पी., डीआईजी श्री कमलोचन कश्यप, बीजापुर कलेक्टर श्री संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव, वनमंडलाधिकारी श्री रंगानाथन रामाकृष्ण वाय, जिला पंचायत सीईओ श्री हेमंत रमेश नंदनवार सहित सीआरपीएफ, जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
*विकास का रोडमैप तैयार, सरकार प्रतिबद्ध-उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा*
- उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार की यह प्रतिबद्धता है कि बस्तर क्षेत्र के हर गांव, हर परिवार तक विकास की पहुँच हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में बस्तर को नक्सल प्रभावित क्षेत्र की छवि से निकालकर समृद्ध, आत्मनिर्भर और सशक्त बस्तर के रूप में स्थापित करने का सपना जल्द ही साकार होगा। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वे इस मिशन को निजी दायित्व की भावना से लें, क्योंकि बस्तर के विकास में की गई हर छोटी पहल यहां के भविष्य को रौशन करेगी।


