ईजीएल प्रशिक्षण में गुणवत्ताहीन भोजन खिलाए जाने से शिक्षकों ने नाराजगी जताई
सब्जी के नाम पर सिर्फ तरी और दाल के नाम पर पीला पानी दिया गया
पेण्ड्रा / ईजीएल प्रशिक्षण में आये शिक्षकों को शिक्षा विभाग द्वारा गुणवत्ताहीन भोजन खिलाए जाने से शिक्षकों ने नाराजगी जताई है। जैसा गुणवत्ताहीन भोजन शिक्षकों को दिया गया, यदि वैसा भोजन कोई शिक्षक अपने स्कूल के बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन में बनवा दे तो शिक्षक के खिलाफ विभाग के द्वारा कार्यवाही कर दी जाती है।
गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिला प्रशासन एवं यूनिसेफ के प्रयास से शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों का 17 से 20 अक्टूबर तक के लिए ईजीएल (अर्ली ग्रेड लिटरेसी) प्रशिक्षण शुरू किया गया है। इस प्रशिक्षण में आने वाले शिक्षकों के भोजन व्यवस्था के लिए प्रशासन द्वारा बीईओ कार्यालय को फंड आवंटित किया गया है, जिसका बीईओ कार्यालय के द्वारा बंदरबांट करने के चक्कर में भोजन सप्लायर होटल वाले से मिली भगत करके शिक्षकों को गुणवत्ताहीन भोजन कराया जा रहा है।
सोमवार को प्रशिक्षण स्थल नेवसा, खोडरी, टीकरकला एवं बीआरसी कार्यालय में प्रशिक्षण लेने पहुंचे शिक्षकों के लिए मानव मंदिर नामक रेस्टोरेंट्स से जो भोजन मंगाया गया था उस भोजन में सब्जी के नाम पर सिर्फ तरी था और दाल के नाम पर पीला पानी था जिस पानी में दाल की मात्रा बिल्कुल भी नहीं थी, जबकि जितनी राशि भोजन के लिए प्रशासन ने उपलब्ध कराई है, उस राशि से बहुत अच्छी गुणवत्ता का भोजन शिक्षकों को कराया जा सकता है। प्रशिक्षण में आए शिक्षकों ने गुणवत्ताहीन भोजन दिए जाने पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जैसा भोजन शिक्षकों को दिया जा रहा है, यदि वैसा भोजन वो शिक्षक अपने स्कूल के मध्यान भोजन में बच्चों के लिए बनवा दें तो इन शिक्षकों के विरूद्ध यही शिक्षा विभाग कार्यवाही कर देगा। प्रशिक्षण स्थल पर पहुंचे एबीईओ आदित्य पाटनवार से भी शिक्षकों ने भोजन की गुणवत्ता की शिकायत की। शिक्षकों का कहना है कि यदि विभाग उन्हें अच्छी गुणवत्ता का भोजन नहीं करा सकता तो प्रशासन द्वारा जारी किए गए भोजन की राशि को शिक्षकों को नगद दे दे जिससे शिक्षक स्वयं भोजन की व्यवस्था कर लेंगे।


