
डीईओ आर.पी.आदित्य बने संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग बस्तर
👉 जिले में शिक्षा के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कर्तव्य निर्वहन के प्रतिसाद स्वरूप ही मिली यह नयी व महती जिम्मेदारी
रायगढ़:- गीता का सार कहता है कि,कर्म ही पूजा है। और कर्म पूजा तब बन जाती है जब व्यक्तित्व में समर्पण का भाव जागृत रहता है। संकल्पित व समर्पित भाव से किए गए कर्म न केवल व्यक्तित्व को विशिष्टता प्रदान करते हैं अपितु,समाज में अपने कार्य क्षेत्र में एक नयी छाप छोड़ते हुए प्रेरणा पुंज बन जाते हैं। किंतु इस प्रकार के आदर्श व्यक्तित्व के लिए जीवन में मर्यादित,सदचारित्रिक,समर्पित व परिश्रमी मनोवृति का होना नितांत आवश्यक है। जिले के शिक्षा विभाग के ऐसे ही प्रेरक, रम्य, उदात्त, ज्ञेय,सहज व असाधारण प्रतिभाओं से गुम्फित व्यक्तित्व, आदरणीय जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ श्री आर.पी. आदित्य ने रायगढ़ जिले के अपने सम्पूर्ण कार्यकाल में शिक्षा के क्षेत्र में अपने आत्मविश्वास, गरिमापूर्ण नेतृत्व से जिले की शिक्षा को एक नई दिशा व उत्कृष्ट आयाम प्रदान किया है, जिसके प्रतिसाद स्वरूप उन्हें एक नयी व महती जिम्मेदारी स्वरूप बस्तर संभाग का संयुक्त संचालक शिक्षा नियुक्त किया गया है।
कहते हैं जीवन में किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मेहनत से पहले सकारात्मक सोच, मजबूत इच्छाशक्ति, संकल्प, नवीन दृष्टिकोण,व बौद्धिक संतुलन की आवश्यकता होती है जिनके बल पर विपरीत हालातों में भी अपनी सकारात्मक सोच,व प्रयासों द्वारा इच्छित लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। ऐसे ही सकारात्मक सोच,दृढ़ इच्छाशक्ति, मेहनत और कुछ बेहतर करने के जज्बे से लबरेज श्री आर.पी.आदित्य ने अपने कुशल नेतृत्व व उत्कृष्ट मार्गदर्शन में कोरोना काल के भीषण त्रासदी के बीच भी जिले में शिक्षा की मशाल थामे रखी। और स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन के पढ़ई तुंहर दुआर जैसे कार्यक्रम अंतर्गत विभिन्न शैक्षणिक मॉडल्स के सफल व उत्कृष्ट क्रियान्वयन में प्रगति के नए सोपानों को तय करते हुए रायगढ़ जिला,इनके नेतृत्व में ही समूचे प्रदेश में अग्रणी व शीर्ष पर रहा,व जिले में नवाचार के साथ पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम को नीति आयोग समेत देशभर के विभिन्न हिस्सों से सराहना मिली। इन्होंने अपने कार्यकाल में ही यूनिसेफ व राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की साझेदारी से संचालित “सीख कार्यक्रम” को रायगढ़ जिले के समस्त 9 विकास खंडों में व्यवस्थित और प्रभावी ढंग से संचालित करते हुए कोरोना काल में भी बच्चों की शिक्षा में कोई बाधा या रुकावट नहीं आने दी। पूरे प्रदेश में स्कूल खोलने को लेकर अनिश्चितता की स्थिति आधे साल तक बनी रही, बावजूद इसके श्री आर पी आदित्य के कुशल निर्देशन में रायगढ़ जिला पढ़ई तुंहर दुआर व सीख कार्यक्रम में पूरे प्रदेश में शीर्ष पर रहा। इनके सशक्त निर्देशन में हीं वर्ष 2020-21 एवं 21-22 में ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन में कक्षा पहली से बारहवीं तक 1740606 ऑनलाइन कक्षाओं में 14577783 बच्चों की उपस्थिति रही जो पूरे राज्य में सर्वाधिक रही। इनके कार्यकाल में ही रायगढ़ जिले का बोर्ड परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रहा। राज्य की हाई स्कूल प्रावीण्य सूची के टॉप टेन में जिले से 18 विद्यार्थी तथा हायर सेकेंडरी प्रावीण्य सूची में 4 विद्यार्थियों ने अपना स्थान अर्जित किया। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान में राज्य व देश में अग्रणी रहे रायगढ़ जिले की बेटियों ने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की कक्षा दसवीं व बारहवीं की मुख्य परीक्षा में पूरे प्रदेश स्टेट टॉपर रह कर अपना परचम लहराया। इनके कार्यकाल में ही इनके कुशल निर्देशन व मार्गदर्शन में उत्कृष्ट शिक्षा का संकल्प लिए शासन की महत्वकांक्षी योजना स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी उत्कृष्ट माध्यमिक विद्यालय, रायगढ़ जिले के सभी विकास खंडों में। व्यवस्थित रूप से संचालित हो रहे हैं, जिसके माध्यम से गरीब परिवारों के बच्चों के सपनों को नए पंख व नयी उड़ान मिल रही हैं व गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक वातावरण,उपलब्ध आदर्श शैक्षणिक सुविधाओं एवं उत्कृष्ट अध्यापन द्वारा बच्चों का भविष्य स्वर्णिम हो रहा है। अपने कार्यकाल के दौरान ही कलेक्ट्रेट परिसर में एक ही कमरे वाले सीमित जगह में संचालित हो रहे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को स्थानांतरित कर झाड़ियों व बेतरतीब गड्ढेनुमा परिसर को अपनी सकारात्मक सोच, मजबूत इच्छाशक्ति,संकल्प, नवीन दृष्टिकोण,के द्वारा एक सुसज्जित प्रांगण व एक व्यवस्थित कार्यालय का स्वरूप दिया। बात कोविड-19 के कारण शिक्षा पर पड़े विपरीत प्रभाव के उपचार हेतु कार्यशाला के आयोजन की हो, या बात शाला खुलने के पहले ही दिन समूचे राज्य में विद्यार्थियों की सर्वाधिक उपस्थिति,विद्यालयों में टीनएजर्स के टीकाकरण अभियान, बाल मेला उमंग कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा केंद्र की स्थापना व क्रियान्वयन, जिले के विकास खंडों में राजीव युवा मितान क्लब के गठन व गतिविधियों का संचालन,वृहद शाला प्रवेशोत्सव-2022 के आयोजन,स्किलहब इनीशिएटिव कार्यक्रम के व्यवस्थित संचालन,प्रौढ़ शिक्षार्थी महापरीक्षा अभियान का संचालन, एनएएस मॉक टेस्ट का आयोजन,किड्स टेकओवर कार्यक्रम का सफल संचालन, कैंसर से पीड़ित शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति, दिवंगत कर्मचारियों के आश्रितों की अनुकंपा नियुक्ति, जिले के अनुसूचित जनजाति के प्रतिभागियों हेतु एफटीआईआई द्वारा फिल्म आधारित कौशल पाठ्यक्रम कोर्स का ऑनलाइन प्रशिक्षण, जिले में 370 बच्चों को महतारी दुलार योजना द्वारा प्रवेश एवं निशुल्क शिक्षा कार्यक्रम का क्रियान्वयन,सौ दिवसीय पठन एवं गणितीय कौशल विकास अभियान में जिले का उत्कृष्ट प्रदर्शन,स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन सम्मान समारोह का आयोजन, जैसे तमाम गतिविधियों के उत्कृष्ट संचालन की हो,श्री आर.पी.आदित्य ने अपने नवाचारी और उन्नत दृष्टिकोण के प्रखर प्रवाह द्वारा अपने सकारात्मक चिंतन और उत्कृष्ट कार्यप्रणाली द्वारा जिले की शिक्षा गुणवत्ता व व्यवस्था को एक नया आयाम दिया है।जिले में अपने इन्ही उत्कृष्ट कार्य के प्रतिसाद स्वरूप मिले इस नयी व महती जिम्मेदारी के निर्वहन हेतु आदरणीय जिला शिक्षा अधिकारी श्री आर पी आदित्य को रायगढ़ जिले के तमाम शिक्षक वृंद,सेवानिवृत्त डीएमसी समग्र शिक्षा रायगढ़ श्री रमेश देवांगन,नव पदस्थ डीएमसी रायगढ़ श्री नरेंद्र चौधरी,सहायक संचालक शिक्षा रायगढ़ श्री के.के. स्वर्णकार,श्रीमती दीप्ति अग्रवाल,सुश्री टेरेसा,जिला साक्षरता कार्यक्रम अधिकारी रायगढ़ श्री डी के वर्मा,एडीपीओ श्री जे के राठौर, छात्रवृत्ति नोडल अधिकारी श्री एस के करन,सहायक परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा रायगढ़ श्री भुनेश्वर पटेल,श्री भूपेंद्र पटेल,व प्रधान पाठक श्री आशीष रंगारी, छ ग सहायक शिक्षक फेडरेशन से सी पी डनसेना व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के तमाम कर्मचारियों ने अपनी स्नेहिल शुभकामनाएं प्रेषित की हैं


