गरियाबंद जिले की खबरे

गरियाबंद जिले को टीबी बीमारी से मुक्त करने अभियान

जिले को टीबी बीमारी से मुक्त करने अभियान

गरियाबंद 16 जनवरी 2023/ राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले को टीबी बीमारी से मुक्त करने का अभियान चलाया जा रहा है। सीएमएचओ डॉ कंवर के अनुसार टी.बी. की बिमारी एक गंभीर बीमारी है, इसका उपचार बलगम जांच के प्रमाणीकरण के पश्चात प्रारंभ किया जाता है। टी.बी. के बीमारी के प्रमाणीकरण के उपरांत टी.बी. के उपचार के लिये दवाई का किट प्रतिदिन खाने के लिये मरीज को ट्रीटमेंट सपोर्टर मितानिन के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है। जिससे मरीज की बीमारी शत प्रतिशत ठीक हो जाती है। टी.बी. की बीमारी की जांच के लिये गरियाबंद जिले में कुल 22 प्रयोगशाला स्थापित किये गये है। जहां पर अत्याधुनिक तरीके से माइक्रोस्कोप, सीबीनॉट, टुनॉट मशीन के द्वारा टीबी के कीटाणु की खोज किया जाता है। टीबी की बिमारी की जांच के लिये जिले में विशेष जांच खोज अभियान का क्रियान्वयन के दौरान अब तक कुल 4699 सैंपल प्राप्त हुये, जिसमें शत प्रतिशत सभी का जांच कर लिया गया है, जिसमें 73 नये टीबी के मरीज खोजे गये हैं। जिनका ईलाज प्रारंभ करके उन्हें सुरक्षित करने की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है। जिला गरियाबंद में सभी खण्ड चिकित्सा अधिकारी और एसटीएस व एसटीएलएस तथा जिला टीबी युनिट के भुपेश साहु, अमृत भोसले, भरत सिंह ठाकुर, धीरज शर्मा, ललित देवांगन, टीकेश साहु, सौरभ गुप्ता के विशेष सहयोग से टीबी के बीमारी को जिले से दूर किया जा रहा है।
डॉ कंवर ने बताया कि टीबी मुक्त भारत की दिशा में वर्तमान में गरियाबंद जिला कांस्य पदक हेतु नामांकित हुआ है। जिसके सत्यापन हेतु विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं आईसीएमआर के मार्गदर्शन में 20 वालेंटियरों के 10 दल के माध्यम से चिन्हांकित गांवों में सर्वे कार्य किया जायेगा एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन, सेन्ट्रल टीबी डिवीजन, आईसीएमआर एवं राज्य क्षय कार्यलयीन दल के द्वारा जिले के टीबी कार्यक्रम संबंधी विगत 05 वर्षाे के रिकार्ड का सत्यापन कार्य किया जायेगा। उक्त सर्वे जनवरी 2023 माह में प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.सी. उरांव के निर्देशन में जिला क्षय अधिकारी डॉ. ए. के. हुमने के द्वारा निरंतर प्रचार प्रसार, प्रशिक्षण, निरंतर दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के विशेष प्रयास से वर्ष 2022 में पंजीकृत सभी 778 टीबी मरीजों को दवाईयाँ निःशुल्क प्रदान किया जा रहा है। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत पोषण आहार हेतु मरीजों के खाते में प्रतिमाह 500 रुपए दिया जाता है। इस प्रकार जिले में स्वास्थ्य अमला द्वारा राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम का सफलतापूर्वक संचालन किया जा रहा है।


There is no ads to display, Please add some
alternatetext
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The Latest

To Top

You cannot copy content of this page

$(".comment-click-30810").on("click", function(){ $(".com-click-id-30810").show(); $(".disqus-thread-30810").show(); $(".com-but-30810").hide(); });
$(window).load(function() { // The slider being synced must be initialized first $('.post-gallery-bot').flexslider({ animation: "slide", controlNav: false, animationLoop: true, slideshow: false, itemWidth: 80, itemMargin: 10, asNavFor: '.post-gallery-top' }); $('.post-gallery-top').flexslider({ animation: "fade", controlNav: false, animationLoop: true, slideshow: false, prevText: "<", nextText: ">", sync: ".post-gallery-bot" }); }); });