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    शिक्षकीय कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षक को विकासखंड स्त्रोत समन्वयक का तोहफा, संगठन ने किया विरोध
    राष्ट्रीय पर्व में विद्यालय में अनुपस्थिति,अध्यापन कार्य न करवाने का आरोप

     

    नगरी/ विकासखंड में जिस शिक्षक का शिक्षकीय कार्य मे लापरवाही बरतने के चलते ग्रामवासी एवं शाला प्रबंधन के सदस्यों ने कलेक्टर जन चौपाल में शिकायत किये थे उस व्यक्ति को शिक्षा विभाग ने आदिवासी वनांचल क्षेत्र में शिक्षा विभाग में बीआरसी जैसे महत्वपूर्ण पद को तोहफे के तौर पर दिया है।

    नगरी विकासखंड में वर्तमान बीआरसी का सेवानिवृत्ति होना है जिसके चलते बीआरसी के लिए बहुत सारे शिक्षकों का आवेदन जिला परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा में जमा हुआ था तथा यह प्रक्रिया विगत एक माह से चल रहा था और एन आचार संहिता लगने के कुछ दिन पहले ऐसे शिक्षक को बीआरसी नियुक्त किया गया जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट में शाला समय का पालन न करने,विद्यालय में एक भी कालखंड नही लेने,26 जनवरी जैसे राष्ट्रीय पर्व में विद्यालय में उपस्थित नही होने का आरोप लगाकर कलेक्ट्रेट का घेराव किये थे।

    शिकायत के जांच के बाद कलेक्टर के द्वारा उक्त शिक्षक को प्रत्येक दिवस तीन कालखंड अध्यापन करवाने का चेतावनी पत्र जारी हुआ था जिसके बाद भी अध्यापन कार्य नही किया गया था जिसकी शिकायत तत्कालीन प्रधान पाठक एवं ग्रामवासियों के द्वारा किया गया था। इन सब पहलुओं को देखने से यही प्रतीत होता है कि बीआरसी नियुक्ति की प्रक्रिया में भारी लेनदेन हुआ है। नगरी विकासखंड धमतरी जिले में शिक्षा के क्षेत्र में अन्य विकासखंड के मामले में पिछड़ा हुआ है उसके बाद इस तरीके की भर्राशाही विभाग में बैठे आला अधिकारी करेंगे तो निश्चित तौर पर नगरी विकासखंड में शिक्षा विभाग का भट्ठा बैठना मुमकिन है,छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ब्लॉक संगठन नगरी जिसका विरोध किया है तथा सही और योग्य शिक्षक को विकासखंड श्रोत समन्वयक के पद पर नियुक्त करने की मांग किया है।
    स्रोत :-अन्य पोर्टल से प्राप्त