एनसीईआरटी द्वारा तैयार जादुई पिटारा विषय और खिलौना आधारित शिक्षण शास्त्र पर राज्य स्तर पर स्रोत व्यक्तियों का प्रशिक्षण दो चरणों में आयोजित हुआ
रायपुर। राज्य शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद द्वारा आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला में छत्तीसगढ़ के चुनिंदा शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित किया गया। इस कार्यशाला में खैरागढ़ विकासखंड के स्रोत व्यक्ति के रूप में पांच शिक्षक श्रीमती विभा पाटकर बढ़ईटोला, श्री रामलाल साहू कट्टहा नवागांव,श्रीमती सुनीता ठाकुर, श्रीमती भुनेश्वरी लहरे और श्री प्रदीप कुमार को चुना गया। द्वितीय चरण की इस कार्यशाला का आयोजन 10 से 12 अगस्त 2023 तक काइट नरदहा रायपुर में आयोजित हुआ, जिसमें खिलौना आधारित शिक्षण शास्त्र में खिलौने के माध्यम से रोचक पूर्ण पढ़ाई और स्थानीय खेल खिलौने के महत्व को बताया गया। विद्यार्थियों को खिलौने के माध्यम से सीखने के लिए सक्रिय रखने में ज्यादा सहायता मिलती है इसके तहत शिक्षक और विद्यार्थियों को स्व निर्मित स्वदेशी खिलौने को अपने विद्यालय में स्थान देना है खिलौने के माध्यम से विद्यार्थियों में रचनात्मकता उत्सुकता कल्पनाशीलता के साथ-साथ शारीरिक और मानसिक विकास भी होता है स्वदेशी खिलौने के माध्यम से विद्यार्थी अपनी परंपरा और संस्कृति से जुड़ पाएंगे और उन्हें समझ पाएंगे। इस कार्यशाला में विभिन्न गतिविधियों एवं खिलौने के माध्यम से विद्यार्थियों को कक्षा में सक्रिय रखने एवं सीखने सिखाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें विकासखंड की शिक्षिका श्रीमती विभा पाटकर जिला नोडल ने निरंतर सरस्वती वंदना, राज गीत एवं खिलौने पर अपने विचार प्रस्तुत करके कार्यशाला में सक्रिय सहभागिता निभाई। इस अवसर पर कार्यशाला में एससीईआरटी के संचालक श्री राजेश सिंह राणा, खिलौना आधारित प्रशिक्षण की प्रकोष्ठ प्रभारी श्रीमती प्रीति सिंह, FLN प्रकोष्ठ एवं प्रशिक्षण प्रभारी श्री सुनील मिश्रा, प्रशिक्षण समन्वयक श्री गिरजा शंकर शुक्ला, शिक्षा विशेषज्ञ श्री सुधीर श्रीवास्तव, राज्य स्रोत व्यक्ति श्री सुमित पाण्डेय, श्री चेतन पटेल, सुश्री पुष्पा शुक्ला, श्री श्यामा चरण डनसेना आदि उपस्थित थे जिन्होंने बहुत ही रोचक एवं मनोरंजन पूर्ण वातावरण में राज्य के विभिन्न जिलों से आए स्रोत व्यक्तियों को प्रशिक्षण प्रदान किया ।
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