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    जल संसाधन विभाग में मुख्य सचिव के आदेश की अवहेलना से नाराज डिप्लोमा अभियंता संघ 15 फरवरी को बिलासपुर में करेगा धरना प्रदर्शन, नियम विरूद्ध तरीके से जूनियर अधिकारी को प्रभार दिए जाने के मामले ने पकड़ा तूल, गलत परम्परा की शुरुआत कर जूनियर अधिकारी को सलाम ठोंकने के लिए सीनियर अधिकारी को किया जा रहा बाध्य…..

    बिलासपुर।रायपुर (11 फरवरी 2024) :
    जल संसाधन विभाग में नियम विरूद्ध जूनियर अधिकारी को प्रभार दिए जाने से प्रदेश के अभियंता इसे सीनियर अधिकारियों की तौहीन और गलत परम्परा की शुरुआत मानते हुए डिप्लोमा अभियंता संघ इसके विरूद्ध 15 फरवरी को नेहरू चौक बिलासपुर में धरना प्रदर्शन करेगा।

    इस सम्बंध में डिप्लोमा अभियंता संघ ने बिलासपुर में एक आवश्यक बैठक आयोजित की। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों द्वारा जेआर भगत मुख्य अभियंता हसदेव कछार जल संसाधन विभाग के अड़ियल रवैए पर आक्रोश व्यक्त किया गया और निर्णय लिया गया कि दिनांक 15 फरवरी को नेहरू चौक बिलासपुर में एक दिवसीय धरना किया जाएगा। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी अभियंताओं से अनुरोध है किया गया है।

    बता दें कि जल संसाधन विभाग के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता अजय कुमार सोमावार द्वारा सेवानिवृत्ति के चार दिन पूर्व अवकाश के दिन परिवीक्षा अवधि में कार्यरत सहायक अभियंता प्रवीण साहू को अनुविभागीय अधिकारी का प्रभार सौंपने का आदेश जारी किया गया था।

    इसी प्रकार सेवानिवृत्ति के दिन 31/01/2024 आई ए सिद्दिकी कार्यपालन अभियंता जल संसाधन संभाग कोटा को अपने कार्य के अतिरिक्त अधीक्षण अभियन्ता जल संसाधन मंडल बिलासपुर का अतिरिक्त प्रभार सौंपने का आदेश जारी किया गया था। जबकि उनसे वरिष्ठ कार्यपालन अभियंता सीएल धाकड़ एवं आरके बंजारे मंडल कार्यालय में ही कार्यरत हैं। इसी प्रकार मंडल के अधीन संभागों में कार्यरत कार्यपालन अभियंता एसके सराफ, एसएल द्विवेदी, आरके मिश्रा भी उनसे वरिष्ठ हैं।

    मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन का स्पष्ट आदेश है कि किसी भी परिस्थिति में सीनियर को बायपास कर जूनियर को प्रभार न सौंपा जाए। उपरोक्त नियम विरुद्ध दोनो आदेश को निरस्त करने हेतु हमारे प्रांताध्यक्ष द्वारा दिनांक 01/02/2024 को मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया था, किन्तु मुख्य अभियंता द्वारा कोई निर्णय नहीं लिए जाने पर दिनांक 10/02/2024 को अभियंता भवन बिलासपुर में बैठक आयोजित कर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।