
चौकाने वाला नतीजा आ सकता है…..अरविंद ने बना दिया त्रिकोणीय मुकाबला, बसना के राजनीति में पहली बार हुआ रोमांचक चुनावी जंग ।
बसना :- महासमुन्द जिले के चर्चित सीट माने जाने वाली सीट बसना है, जहां पर अब तक की इतिहास में पहली बार रोमांचक चुनावी जंग देखने को मिल रहा है । आपको बता दें की बसना विधानसभा मे पिछले पांच वर्षों तक राज परिवार का दबदबा रहा , राजा देवेन्द्र बहादुर बसना विधानसभा से कांग्रेस पार्टी की ओर से 2018 में चुनाव लड़े थे और उन्होंने भारी मतों से जीत हासिल भी किया था , मगर अब बसना विधानसभा के इतिहास में पहली बार ऐसा मुकाबला होने जा रहा है जिसमें बसना विधानसभा की राजनीतिक ने एक नया मोड़ ले लिया है, जिसमें आपको बता दें की बसना विधानसभा के जनताओ के कानों में केवल दो ही नाम गुंज रहे थे , मगर अब ऐसा नहीं रहा जैसा जैसा चुनाव नजदीक आते ही जा रहा है वैसे ही बसना विधानसभा से कोलता समाज के नौजवान युवा और धाकड़ नेता अरविंद प्रधान का नाम अब बसना विधानसभा क्षेत्र के पूरे आम जनताओं के कानों में गुंजने के साथ साथ आम जनताओं के दिलों पर जगह बनाते नज़र आ रहा है। बसना विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से राजा देवेन्द्र बहादुर सिंह चुनावी मैदान पर जहां इनके ऊपर ये आरोप लग रहे हैं पिछले पांच वर्षों से अपने कार्यकाल में ऐसा कोई विकास नहीं किया है जिसको लेकर जनता खुश नही हैं, वहीं दूसरी ओर भाजपा कि बात करें तो संपत अग्रवाल मैदान पर हैं, मगर इनको आम जनता पसंद नहीं कर रहे हैं । आपको एक बात स्पष्ट बता दें कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के सभी प्रत्याशी भूपेश बघेल के चेहरे से चुनाव की लड़ाई लड रहे हैं । वहीं भाजपा मोदी के चेहरे से, मगर इतिहास में पहली बार इतने कम समय में लोगों के दिलों में जगह बनाने वाला सख्स अरविंद प्रधान निर्दलीय चुनाव लड़ रहा है ,मगर ये किसी बड़े नेता और या फिर अभिनेता के चेहरे को दिखाकर अपना चुनाव नहीं लड रहे हैं, ये केवल उन गरीब लोगो के चेहरे के मुस्कान के लिए लड़ रहा है जिन्हें कभी एक वक्त का रोटी नसीब नहीं होता और ना ही रहने के लिए मकान , और ना पहनने के लिए कपड़ा।
बसना में अरविंद प्रधान के चुनाव में आने से त्रिकोणीय मुकाबले की आसंका जताई जा सकती है , साथ ही अब साफ तौर पर दिखाई दे रहा है आम जनताओं का समर्थन अरविंद प्रधान को मिलता ही जा रहा है , चुनावी समीकरण को देखते हुए ये प्रतीत होता है की कही अरविंद प्रधान बाजी ना मार दे , वहीं अरविंद प्रधान के समर्थन में अब कोलता समाज के सभी युवा और कार्यकर्ता साथ देते नजर आ रहे हैं।यदि आम आदमी पार्टी, बजरंग दल, कांग्रेस के रुष्ट, बीजेपी के रुष्ट वोटर अरविंद को वोट करते हैं तो अरविंद प्रधान भी दिल्ली के अरविंद केजरीवाल की तरह चुनाव जीत सकते हैं ।


