
भालु के हमले से घायल आदिवासी छात्रा की शिक्षक-कर्मचारी-अधिकारी व लोग कर रहे आर्थिक मदद
भालू के हमले से एक आंख गवां चुकी छात्रा गंभीर हालत में एम्स रायपुर में भर्ती है
घर से लगे बाड़ी के अरहर की झाड़ियों में छिपे भालू ने किया हमला
डीएफओ के निर्देश पर वनकर्मी भी पहुंचे एम्स
पेण्ड्रा / बाड़ी में अरहर की झाड़ियों में छिपे भालु ने हमला कर छात्रा का एक आंख और नाक नोंचकर शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोट पहुंचाया था। छात्रा गंभीर हालत में एम्स रायपुर में भर्ती है। भालु के हमले से घायल आदिवासी छात्रा के ईलाज के लिए शिक्षकों-कर्मचारियों और नागरिकों के द्वारा आर्थिक मदद की जा रही है। डीएफओ के निर्देश पर वनकर्मी भी छात्रा का हालचाल जानने एम्स रायपुर पहुंचे हैं।
बता दें कि मरवाही वन परिक्षेत्र के ग्राम नाका में मंगलवार दशहरा के दिन दोपहर 01 बजे 7वीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 वर्षीय छात्रा सुनीता वाकरे पिता ईश्वर सिंह वाकरे (गोंड़) पर बाड़ी में लगे अरहर की झाड़ियों में छिपे भालु ने हमला कर एक आंख एवं नाक को नोंच लिया और शरीर के अन्य हिस्सों के मांस नोंचकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसके बाद छात्रा की स्थिति गंभीर है और वह एम्स रायपुर में भर्ती है।
जिसके बाद यह मामला क्षेत्रवासियों के संज्ञान में आने के बाद छात्रा की ईलाज में मदद के लिए फोन पे के माध्यम से बड़ी संख्या में कर्मचारी, अधिकारी, शिक्षक और नागरिक आर्थिक सहायता कर रहे हैं। छात्रा बहुत ही गरीब परिवार की है इसलिए उसके परिजनों के सामने आर्थिक संकट भी है। जिस स्कूल में छात्रा पढ़ती है उस स्कूल के शिक्षक भी शुक्रवार को छात्रा को देखने और आर्थिक सहायता करने जायेंगे।
वहीं इस घटना को गंभीरता से लेते हुए छात्रा के भविष्य को देखते हुए मरवाही वन मंडल के डीएफओ शशि कुमार ने कहा छात्रा की स्थिति को देखने के लिए वन कर्मियों को एम्स रायपुर भेजा है। डीएफओ ने कहा है कि छात्रा के भविष्य के लिए डाक्टरी जांच के बाद यदि नेत्रदान से छात्रा को नेत्र मिलता है तो नेत्र प्रत्यर्पण का पूरा खर्च वन विभाग के द्वारा उठाया जाएगा। वहीं छात्रा के चेहरे को भी प्लास्टिक सर्जरी के माध्यम से ठीक करवाया जाएगा। छात्रा की ईलाज के लिए आर्थिक सहायता करने वालों की क्षेत्र में सराहना हो रही है।


