आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय के जन्मदिन पर विज्ञान दिवस मनाया गया
गरियाबंद। सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गरियाबंद में 2 अगस्त दिन बुधवार को रसायन शास्त्री महान वैज्ञानिक डॉक्टर प्रफुल्ल चंद्र राय जी के जयंती के पावन अवसर पर विद्यालय में विज्ञान दिवस मनाया गया इस अवसर पर मुख्य अतिथि – श्री गौतम बिजेकर ( प्रभारी प्राचार्य- फुलकरा ) अध्यक्षता- श्री रिखी राम यादव ( सह सचिव- भूतेश्वर नाथ बालसंस्कार समिति ) विशेष अतिथि- श्रीमती दीप्ति वर्मा( व्याख्याता- जीव विज्ञान श्रद्धा पब्लिक स्कूल गरियाबंद ) कार्यक्रम का शुभारंभ मां भारती मां सरस्वती छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री गौतम बिजेकर जी ने कहा की प्रत्येक विद्यार्थी अपने आप वैज्ञानिक हैं और हमारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का लक्ष्य भी कहती है प्रत्येक विद्यार्थी को अन्वेषण विधि खोज विधि वैज्ञानिक विधि विकसित करना है. तभी शिक्षा सार्थक होगा. निश्चित ही आज के विद्यार्थी मे विज्ञान के प्रति रुचि जागे विषय रुचिकर हो आज के नन्हा वैज्ञानिक आगे चलकर हमारे देश की विकास में प्रगति मान होंगे. विशेष अतिथि श्रीमती दीप्ति वर्मा ने भी विज्ञान विषय के प्रति रुचि जागृत करते हुए कहा की विद्यार्थी जीवन ही श्रेष्ठ होता है यदि विद्यार्थी जीवन कुछ कबाड़ से जुगाड़ बना कर. सीख जाए आगे चलकर निश्चित ही वैज्ञानिक बनेंगे. कार्यक्रम में सबसे खास बात यह रही अनुराग सोनी कक्षा द्वादश कि भैया द्वारा chandrayaan-3 का मॉडल निर्माण किया था जो सबसे ज्यादा आकर्षक और चर्चा का विषय रहा. क्योंकि आज प्रातः ही सबसे पहले गरियाबंद जिला की कलेक्टर महोदय एवं जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा chandrayaan-3 मॉडल अनुराग सोनी द्वारा बनाए गए मॉडल को संयुक्त कलेक्ट्रेट भवन गरियाबंद में प्रातः 10:00 बजे लांच किया गया था. साथ ही आगामी स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर पुलिस ग्राउंड में
स सम्मान आमंत्रित किया गया है. विद्यालय में भी माननीय अतिथियों द्वारा chandrayaan-3 मॉडल का लांच विद्यालय में किया गया. अनुराग सोनी ने अपने अनुभव में बताया की यह प्रेरणा कुछ दिन पहले ही इसरो सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से chandrayaan-3 सफल. अंतरिक्ष में भेजा गया और इसरो के चेयरमैन के एम सोमनाथ तथा वहां के वैज्ञानिकों विचार और उनके प्रेरणा से एवं विद्यालय के आचार्य दिदिया माता पिता एवं परिवार प्रेरणा स्रोत रहें जिनके कारण chandrayaan-3 मॉडल प्रस्तुत किया हूं. ऐसा उन्होंने अनुभव में बताया. विज्ञान दिवस में विद्यालय में विभिन्न कार्यक्रम हुए जिसमें से चित्रकला. रंगोली. गीत भाषण. कविता. प्रश्न मंच. कार्यक्रम में. भैया बहन बढ़-चढ़कर भाग लिया. कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री मानिक लाल साहू( राजिम विभाग. समन्वयक ) प्राचार्य . आचार्य दिदिया. पूर्व छात्र. अभिभावक वृंद. एवं भैया बहन उपस्थित रहे.


