भरोसे के बजट से कर्मचारियों में निराशा, जनघोषणा पत्र में एलबी संवर्ग के शिक्षकों के लिए किए गए वादे नहीं हुए पूरे
रायपुर, बीते विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के जनघोषणा पत्र में प्रदेश के कर्मचारियों के सबसे बड़े वर्ग एलबी संवर्ग के शिक्षकों के लिए कई वादे किए गए थे हालाकि कर्मचारी संघों द्वारा चुनाव के बाद आज तक बार बार सरकार को उन वादों को याद दिलाती रही, शासन के मंत्री विधायक और जिम्मेदार प्रतिनिधि भी समय समय पर वादे पूरा करने का आश्वासन देते रहे जिसके कारण इस बजट से प्रदेश के एलबी संवर्ग के समस्त शिक्षकों को काफी उम्मीदें थी चूंकि यह सरकार का अंतिम और चुनावी बजट था जिससे संबंधित कर्मचारियों को एक आस थी कि सरकार किन्हीं कारणों से आज तक भले मांग पूरी न कर पाई पर इस बजट में माननीय मुख्यमंत्री महोदय जरूर उनकी मांगों को शामिल करेंगे, जनघोषणा पत्र में एलबी संवर्ग के शिक्षकों की प्रमुख मांगों में विगत पांच सालों से संघर्ष कर रहे सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करना जिसके लिए पिछले वर्ष कमेटी भी बनी थी साथ ही 1998 से नियुक्त शिक्षाकर्मियों को क्रमोन्नत वेतनमान एवं चार स्तरीय वेतनमान देने, प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना करते हुए क्रमोन्नति और ओल्ड पेंशन का लाभ देने सहित संविलियन पूर्व दिवंगत शिक्षाकर्मियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करना शामिल थे। लेकिन इस अंतिम और चुनावी बजट जिसे मुख्यमंत्री जी ने भरोसे का बजट कहा है उससे प्रदेश के सभी दो लाख एलबी शिक्षकों का भरोसा का टूट गया है और सभी एलबी शिक्षक छले हुए महसूस कर रहे हैं


