प्रधान पाठक पदोन्नति में अधिकारियों की मनमानी और लेटलतीफी से सरगुजा जिले के सहायक शिक्षकों में आक्रोश मामले को लेकर शिव मिश्रा बोले
अंबिकापुर, सहायक शिक्षक से प्राथमिक प्रधान पाठक की पदोन्नति को लेकर बीते दिसंबर में जारी दिशा निर्देश के बाद यूं तो सरगुजा जिले में लगातार पदोन्नति की प्रक्रिया चल रही है लेकिन आज 1 साल बीत जाने के बाद भी यह प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई हालांकि इस बीच में कोर्ट के स्टे का भी मामला आ जाने से पदोन्नति की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न हो गई थी किंतु इससे हटने के बाद बीते 3 महीनों से शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन लगातार पदोन्नति प्रक्रिया की कार्यवाही कर रही है किंतु अधिकारियों की मनमानी और विभाग की उदासीनता के कारण 3 माह के बाद भी पदोन्नति की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो पाई है। आपको बताना चाहेंगे की इस दरमियान छत्तीसगढ़ सर्व शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश संयोजक शिव मिश्रा की अगुवाई में सरगुजा जिले के सहायक शिक्षक कई बार अधिकारियों से मुलाकात और चर्चा कर चुके हैं हर मुलाकात में अधिकारियों द्वारा पारदर्शी रूप से त्वरित पदोन्नति किए जाने का आश्वासन दिया जाता रहा है किंतु आश्वासन को सार्थक करने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है। बीते दिनों 2 नवंबर को जैसे तैसे पदोन्नति का आदेश जारी हुआ था किंतु उसमें भारी अनियमितता और त्रुटि होने के कारण 4 नवंबर को ही उसे निरस्त कर दिया गया इसके बाद सर्व शिक्षक फेडरेशन ने अनियमितताओं पर अंकुश लगाने हेतु उक्त पदोन्नत सहायक शिक्षकों के पदस्थापन को काउंसलिंग के माध्यम से कराने की मांग की इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा एक ही माह में दो बार काउंसलिंग करने का आदेश जारी कर उसे निरस्त कर दिया गया। आज एक याचिका का मामला आ जाने के बाद इस पदोन्नति की कार्यवाही से पूरा प्रशासन आंख मूंदे बैठा है जिससे जिले के लगभग 800 सहायक शिक्षकों का अहित हो रहा है यह कि इन शिक्षकों को विभागीय कार्य में लापरवाही के कारण त्वरित कार्यवाही तो करते हैं और शिक्षक भी लगातार अधिकारियों के निर्देश का पालन करते रहते हैं लेकिन जहां शिक्षकों के हित की बात आती है वहां यह अधिकारी आंख मूंद बैठ जाते हैं आज पदोन्नति मामले में यही स्थिति आ गई है छोटी-छोटी बातों पर पदोन्नति की प्रक्रिया को रोक दिया जाता है अब इन शिक्षकों की पदोन्नति ना जाने कब होगी कोई नहीं बता सकता। इस मामले पर सर्व शिक्षक फेडरेशन के प्रदेश संयोजक शिव मिश्रा ने कहा है कि जिले के 800 सहायक शिक्षकों के पदोन्नति की प्रक्रिया को पारदर्शी रूप से जल्द से जल्द कराने हेतु हमारे द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है किंतु विभाग द्वारा इस मामले में पूर्ण रुप से उदासीनता बरती जा रही है अब यहां के पदोन्नत सहायक शिक्षकों का धैर्य टूटता जा रहा है यदि यह पदोन्नति की प्रक्रिया विभाग जल्द से जल्द नहीं की जाती है तो आने वाले समय में जिले के सभी सहायक शिक्षक विभाग के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन एवं उग्र आंदोलन करने हेतु बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी


