पेण्ड्रा / एलबी संवर्ग के सहायक शिक्षकों को प्राइमरी स्कूल एचएम के पद पर प्रमोशन प्रक्रिया के लिए हुए काउंसलिंग में शिक्षा विभाग द्वारा 18 रिक्त स्कूलों को छिपाने के कारण 18 पात्र सहायक शिक्षक प्रमोशन से वंचित हो गए हैं जिन्हें शेष बचे रिक्त पद पर प्रमोशन देने की मांग गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले के कलेक्टर से छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ के द्वारा की गई है।
इस संबंध में कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में सौंपकर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ के जिला संयोजक सुरेंद्र सिंह और जिला महासचिव सत्य नारायण जायसवाल ने उल्लेखित किया है कि छत्तीसगढ़ शासन ने एलबी संवर्ग के सहायक शिक्षकों को प्रमोशन के लिए वन टाइम रिलैक्सेशन दिया है, जिसके तहत सहायक शिक्षक से प्राइमरी स्कूल एचएम के पद पर प्रमोशन दिया जा रहा है। लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा 15 तारीख की काउंसलिंग में 18 स्कूल छिपा दिए जिसका खुलासा 16 तारीख की काउंसलिंग में चस्पा किए गए सूची को देखकर हुआ जिससे 18 पात्र सहायक शिक्षक प्रमोशन से वंचित हो गए जिन्हें शेष रिक्त पद पर प्रमोशन दिया जाना न्यायोचित होगा। इसी तरह से कुछ सहायक शिक्षकों ने पदोन्नति नहीं लिया है, इसके लिए उन्होंने असहमति पत्र विभाग में दिया है। इसलिए असहमति जताने वालों के स्थान पर रिक्त पदों पर भी प्रमोशन होना चाहिए। महासंघ ने यह मांग भी किया है कि यदि किसी व्यक्ति विशेष के मामले में न्यायालय ने प्रधान पाठक रिक्त पद रोकने का आदेश दिया हो तो सिर्फ उस व्यक्ति विशेष के लिए रिक्त पद रोककर शेष सभी पदों पर प्रमोशन करना चाहिए और परिभ्रमण के नाम पर पद को रिक्त नहीं रखा जाना चाहिए क्योंकि परिभ्रमण सहायक शिक्षक पर नहीं व्याख्याताओं पर लागू होता है।
ज्ञापन में उल्लेखित किया गया है कि शिक्षा विभाग में 5 साल की वरिष्ठता में प्रमोशन देने का नियम है, लेकिन शासन द्वारा एलबी संवर्ग को राहत देते हुए 3 वर्ष की वरिष्ठता पर वन टाइम रिलैक्सेशन के तहत प्रमोशन दिया जा रहा है इसलिए प्रमोशन सूची के साथ प्रतीक्षा सूची भी जारी किया जाने से ज्यादा से ज्यादा सहायक शिक्षक लाभान्वित होंगे।
दिव्यांग शिक्षक की पोस्टिंग 20 किमी दूर की गई
मरवाही विकासखंड के अस्थि बाधित दिव्यांग शिक्षक नरसिंह सालरे प्राइमरी स्कूल मौहारटोला संकुल केंद्र रटगा में पदस्थ है जिसे वहीं पदस्थ किया जाना था लेकिन काउंसलिंग समिति की लापरवाही से उनकी पोस्टिंग 20 किलोमीटर दूर प्राथमिक शाला मौहारटोला संकुल केंद्र धनौरा में कर दिया गया। संबंधित शिक्षक द्वारा अधिकारी को आवेदन देकर पदस्थापना में सुधार की मांग की गई है।


