
बेरोजगार बि. लिब/एम.लिब प्रशिक्षितो ने सरकार से लगाई रोजगार की गोहार
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत ग्रामीण से लेकर शहरी विद्यालयों में ग्रंथपाल के हजारों पद कई दशकों से रिक्त है अध्ययनरत गरीब वर्गों के बच्चों को भी जीवंत और सुसज्जित ग्रंथालय की सुविधा नहीं मिलने से इस प्रतियोगिता के दौर मे थे अपने जरुरी अधिकार से अभी तक वंचित है।
दूसरी ओर, ज्ञात है कि छत्तीसगढ राज्य में अधिकतर सरकारी विश्वविद्यालयों ‘महाविद्यालयो में बी. लिब. से लेकर इस विषय में पी. एच. डी. कोर्ष तक संचालित है। स्कूलों मे ग्रंथपाल पद की भर्ती नहीं होने से करीब एक लाख अस्सी हजार (1.80,0000) से भी अधिक पुस्तकालय विज्ञान डिग्री अर्जित विद्यार्थियों में भारी बेरोजगारी व्याप्त है। अनेक बेरोजगार भाई बहनों की नौकरी की आयु सीमा पार होने के कागार पर है, जिस कारण से विज्ञापन की आस लगाए पुस्तकालय विज्ञान के डिग्रीधारियों में हतासा पन है।
इस विषय में सरकार को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन के माध्यम से
ध्यानाकर्षित कराना चाहते है व ग्रंथपाल की भर्ती हेतु आप से आग्रह करना चाहते है।
छ.ग. बने 22 वर्ष पूरे होने के बाद भी शिक्षा का आधार स्तम्भ कहे जाने वाली पुस्तकालय में ग्रंथपाल की भर्ती नही हो पायी है। इस स्थिति में शिक्षा का स्तर का मूल्यांकन आप स्वयं कर सकते है, जहां स्कूल के विद्यार्थी पुस्तकालय के बारे में केवल सुनते है पुस्तकालय के नैतिक स्वरुप को नही जानते।
अतः हम बी.लिब / एम.लिब. बेरोजगार आप से विनम्र निवेदन करते हैं कि शासकीय स्कूलो मे रिक्त ग्रंथपाल के पदो पर व्यापमं के माध्यम से जल्द से जल्द नर्ती कि जाये। सरकार द्वारा बि.लिब. बेरोजगारो के पक्ष में किसी तरह का कोई 398 निर्णय नही लिया जाता है तो हम बेरोजगार दुखी मन से आन्दोलन हेतु मजबूर होगे।
इस आंदोलन के बैनर तले प्रदेश के सैकड़ो बि.लिब/एम.लिब बेरोजगार द्वारा प्रदेश सरकार से रोजगार की मांग की है। अगर भर्ती प्रक्रिया सम्बन्धित कोई निर्देश जारी नहीं होता है तो यह हड़ताल उग्र रूप लेकर अनिश्चित कालीन चलेगा । आज बूढ़ातालाब बिरझू वर्मा,सालिक राम,आस्करण दास,पूर्णिमा,रेनू पाटले,संजय गडेवाल्,मनसा राम पाटले एवं समस्त प्रशिक्षित बेरोजगार अपने हक माँगने के लिए आज रायपुर के घरना स्थल मे उपस्थित रहे ।


