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    राजनांदगांव। छत्‍तीसगढ़ के कांकेर जिले के छोटे बेठिया इलाके के अबूझमाड़ स्थित कलपर के पहाड़ी में सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए 29 नक्सलियों में से एक मोहला दलम कमांडर विनोद भी शामिल है। मोहला-मानपुर से पहुंची पुलिस के जवानों ने विनोद की शिनाख्ती कर ली है। विनोद गावड़े मोहला दलम का कमांडर रहा है। वहीं राजनांदगांव-कांकेर बार्डर डिवीजन में काम कर चुके एक कुख्यात नक्सली दिवाकर गावड़े के भी मारे जाने की खबर है। राजनांदगांव रेंज आइजी दीपक झा ने बताया कि मोहला-मानपुर क्षेत्र में सक्रिय कुछ नक्सलियों के मुठभेड़ में मारे जाने की खबर मिली है। जिसकी पहचान की जा रही है। इधर विनोद गावड़े की मारे जाने की खबर से एमएमसी जिले की पुलिस काफी उत्साहित है। उसकी लंबे समय से तलाश की जा रही थी। दलम कमांडर के तौर पर विनोद ने न सिर्फ एमएमसी जिले में, बल्कि सीमावर्ती गढ़चिरौली जिले में भी कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया।
    16 लाख रुपए का इनामी था नक्‍सली कमांडर विनोद गावड़े
    बताया जा रहा है कि उस पर 16 लाख रुपए का इनाम है। आरकेबी डिवीजन में सालों पहले रहे दिवाकर गावड़े के भी मारे जाने की अपुष्ट खबर है। वह माड़ में सक्रिय होकर नक्सली गतिविधियों को संचालित कर रहा था। बताया जा रहा है कि पुलिस ने शंकर राव, ललिता मरावी, विनोद गावड़े और दिवाकर गावड़े की शिनाख्ती कर ली है। अन्य नक्सलियों को लेकर पुलिस सूचना जुटा रही है। बताया जा रहा है कि ज्यादातर नक्सली साउथ बस्तर के रहने वाले हैं।
    सूत्रों का कहना है कि हार्डकोर नक्सली शंकर राव टीसीओसी सप्ताह, तेन्दूपत्ता तोड़ाई और एक ग्रामीण की हत्या से जुड़े एजेंडे को लेकर बैठक करने पहुंचा था। इससे पहले जवानों को भनक लग गई। इस बड़े नक्सल आपरेशन में कांकेर पुलिस के 167 जवान, बीएसएफ के 20 और अतिरिक्त फोर्स के 30 जवान शामिल थे। मोहला क्षेत्र के नक्सलियों के मारे जाने की खबर से नक्सलियों को जोरदार झटका लगा है।