शिक्षक साझा मंच की आज निकलेगी सभी 33 जिलों में रैली एवं ज्ञापन ….
युक्त-युक्तिकरण में हुई व्यापक धांधली, भ्रष्टाचार एवं अनियमितता को लेकर अधिकारियों की खोलेंगे पोल….
रायपुर //-
कल 10 जून को प्रदेश के सभी 33 जिला मुख्यालयों में शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ द्वारा युक्त-युक्तिकरण में हुए व्यापक धांधली, भ्रष्टाचार एवं अनियमिता के कारण युक्त-युक्तिकरण की पूरी प्रक्रिया को रद्द करने सहित भ्रष्टाचार में लिप्त दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर शिक्षक साझा मंच छत्तीसगढ़ के द्वारा पोल खोल रैली निकाली जाएगी।
साझा मंच के प्रदेश संचालक केदार जैन, मनीष मिश्रा, वीरेंद्र दुबे, संजय शर्मा, विकास राजपूत, कृष्णकुमार नवरंग, राजनारायण द्विवेदी एवं जाकेश साहू ने संयुक्त बयान जारी करते हुए बताया कि राज्य सरकार द्वारा युक्त युक्तिकरण के नाम पर 2008 के सेटअप के विपरीत स्कूलों में शिक्षकों की संख्या को कम की गई है। राज्य के अनेक स्कूलों को दर्ज संख्या कम होने के नाम पर बंद किया गया है। प्रदेश भर में लगभग 50,000 से अधिक शिक्षकों की संख्या एक झटके में कम कर दी गई है। इससे शिक्षा गुणवत्ता तो पूरी तरह प्रभावित होगी साथ ही स्कूल चलाना मुश्किल हो जाएगा।
शिक्षक साझा मंच के प्रदेश संचालकद्वय भूपेंद्र बनाफर, शंकर साहू, भूपेंद्र गिलहरे, चेतन बघेल, गिरीश केशकर, लैलूंन भरतद्वाज, प्रदीप पांडे, प्रदीप लहरे, राजकिशोर तिवारी, कमल दास मुरचले, प्रीतम कोशले, विक्रम राय, विष्णु प्रसाद साहू, धरम दास बंजारे एवं अनिल कुमार टोप्पो ने स्पष्ट तौर पर आरोप लगाया है कि युक्तिकरण में व्यापक और बड़े पैमाने पर धांधली हुई है।
सभी 146 विकासखंड के खंड शिक्षाधिकारियों एवं 33 जिले के जिला शिक्षाधिकारियों के द्वारा युक्त-युक्तिकरण के कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितता एवं भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है। युक्त युक्तिकरण के पूर्व नियमानुसार रिक्त स्थानों की सूची का प्रकाशन किसी भी जिले में सार्वजनिक रूप से नहीं किया गया। वरिष्ठता सूची का प्रशासन भी नहीं किया गया।
अतिशेष शिक्षकों की सूची जारी ही नहीं की गई। काउंसलिंग के लिए संबंधित शिक्षकों को तुरंत तुरंत फोन कर बुलाया गया। कई स्कूल ऐसे थे जहां से अतिशेष शिक्षक निकाला गया, लेकिन वहां फिर से दूसरे शिक्षक की प्रतिस्थापन कर दी गई।
महिला एवं विकलांग शिक्षकों को वरीयता क्रम पर बुलाया ही नहीं गया। नियमानुसार महिला एवं विकलांग शिक्षकों को काउंसलिंग में पहले बुलाया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। अपने खास और चहेतों को पैसे के लेनदेन कर मनचाहा जगह दे दिया गया, जिनका कोई अप्रोच या जान पहचान नहीं था उसे 100 से 150 किलोमीटर दूर तक फेंक दिया गया। इन सारे मुद्दों पर शिक्षक साझा मंच द्वारा पूरे दस्तावेजी सबूत के साथ पोल खोल रैली सभी 33 जिला मुख्यालय में निकाली जाएगी।
पोल खोल रैली संबंधित जिले के निवासी प्रदेश संचालको के मार्गदर्शन एवं सभी जिलासंचालको के सामूहिक नेतृत्व में निकाला जाएगा। एक निश्चित स्थान में एकत्रित होकर सभी शिक्षक रैली की शक्ल में नारेबाजी करते हुए संबंधित जिला कलेक्ट्रेड तक रैली निकालेंगे और जिला कलेक्टर को अपनी समस्याओं के संबंध में ज्ञापन सौंपेंगे।
अतः शिक्षक साझा मंच ने प्रदेशभर के सभी शिक्षक साथियों से कल के रैली एवं ज्ञापन के लिए अपने अपने जिला मुख्यालयों में सभी से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थिति की अपील की है।


