युक्तियुक्तकरण से गरियाबंद वनांचल के दूरस्थ स्कूलो क़ो मिला शिक्षक ,काउंसिलिंग मे महिलाओं ने चूना बीहड़ नक्सल बेल्ट जहा पदस्थापना क़ो लें कर नारी शक्ति आये आगे।
गरियाबंद। गरियाबंद जिले मे स्कूलो के युक्ति युक्त करण के बाद अतिशेष शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के लिये आयोजित शिक्षकों के काउंसिलिंग का आज़ अंतिम दिवस मे आत्मानंद हिन्दी माध्यम स्कूल मे आयोजित हुआ जिसमें ई संवर्ग के देवभोग फिंगेश्वर ब्लॉक के अतिशेष शिक्षक शिक्षिकाओं ने अपनी पदस्थापना हेतु काउंसिलिंग मे हिस्सा लेकर बढ़ चढ़ कर काउंसिलिंग मे हिस्सा लिया जिसमें प्रथम क्रम मे महिला सहायक शिक्षिकाओं ने अधिकतर क़ो पदस्थापना देवभोग ब्लॉक मे मिला लगभग 81सहायक शिक्षिकाओं ने काउंसिलिंग मे हिस्सा लिया अपने निवास से लगभग दो सौ कि मी तक का चयन स्वेच्छा से और प्रशासनिक मजबूरी से लिया ये अलग बात परंतु देवभोग ब्लॉक के अधिकांश एकल शिक्षकीय शालाओं क़ो आज़ शिक्षक मिल गया।
वहीं गरियाबंद छुरा ब्लॉक के टी संवर्ग के सहायक शिक्षकों व्याख्याताओं ने भी मैनपुर जैसे बीहड़ नक्सल व जंगल क्षेत्र क़ो चूना यहा भी मजबूरी ये रही कि इन्हें रिक्तियां सिर्फ दूर दराज और बीहड़ क़ो दिखाया गया सरकार आये दिन शिक्षक समस्याओं के नाम पर अखबारों की खबरें पटी रहती थी जिसका सकारात्मक पक्ष यह की अब वनांचल मे शिक्षकों की कमी क़ो दूर करने की युक्तियुक्तकरण से पूरी होती दिखाई दे रही वहीं सरकार का मंशा भी पूरा हों रहा।
महिलाओं ने चुना बीहड़ जंगल क्षेत्र
गरियाबंद मैनपुर छुरा ब्लॉक के शिक्षकों ने काउंसिलिंग मे जहा दूरस्थ शालाओं का चयन किया वहीं महिला शिक्षिकाओं ने कमारभौंदी ,आमामोरा ,कुल्हाड़ीघाट व मैनपुर ब्लॉक के बीहड़ स्कूल मे पदस्थापना ली जहा कभी ये शालाएं खाली रहते थे आज़ जिले के सभी एकल शालाओं शिक्षक विहीन शालाओं क़ो युक्तियुक्तकरण के तहत शिक्षक मिल गये जो कभी खाली पड़े रहते थे।
महिला शिक्षिकाओं ने अपनी जान हथेली पर रख नक्सलप्रभावित शालाओं मेपदस्थापना का विकल्प चयन कर चुनौती स्वीकार की।
जिला कार्यालय गरियाबंद मे संलग्न शिक्षकों के विरुद्ध लोगो मे पनप रहा आक्रोश
जहा इनकी नियुक्ति शिक्षक के पद पर हुई है ये वर्षों से शिक्षकीय कार्य छोड़ जिला कार्यालय मे प्रतिनियुक्ति पर तो कोई संलग्न रह कर तो कोई बीईओ बन कर कार्य कर रहे जिला कार्यालय के समग्र शिक्षा मे लगभग पाँच शिक्षक ,जिला शिक्षा कार्यालय मे एक शिक्षक तो मैनपुर मे बीई ओ के प्रभार पर एक शिक्षक अपने मूल दायित्व क़ो छोड़ अफसर गिरी कर रहे।
कई बार लिखित शिकायत के बाद भी प्रशासन इन्हें इनके मूल दायित्व शिक्षकीय कार्य के लियॆ मुक्त नहीं कर रहा जिससे आम जनों का आक्रोश बढ़ रहा वहीं इन्हें कार्यमुक्त कराने एक स्वतंत्र पत्रकार ने प्रधानमंत्री राज्यपाल मुख्यमंत्री कार्यालय क़ो पत्रव्यहार किया है वहीं अटैच शिक्षक बड़े दबंगई से अपने क़ो मंत्रालय संचनालय से प्रतिनियुक्ति का धौंस देकर कहते फिर की जिला प्रशासन हमको कार्यमुक्त नहीं कर सकता हम मंत्रालयीन आदेश से कार्यकर रहे मंत्रालय से अगर किसी का गलत आदेश हुआ हों तो क्या जिला प्रशासन हटा नहीं सकता इससे साबित होता है ये अटैच मेट शिक्षक जिला प्रशासन कलेक्टर क़ो खुली चुनौती दे रहे।