Advertisement Carousel
0Shares

गरियाबंद जिला शिक्षा अधिकारी गरियाबंद ए के सरस्वत् ने गत 20दिसंबर से रकम दुगना  का झांसा देकर ऑनलाइन ट्रेड एक्सपो कम्पनी मे लोगो से अधिक  लाभाश का झांसा लेकर लगभग चार करोड़ 83लाख की उगाही रैकेट मे शामिल गरियाबंद ब्लॉक के धमना प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक यशवंत कुमार नाग जो राजिम थाना मे पंजीबद्ध अपराध  मे  धारा 420,34के तहत गत 20दिसंबर से जेल मे बंद है  आधी अधूरी कार्यवाही सवालों के घेरे मेंलगभग 25दिन से ऊपर जेल में बंद आरोपी प्रधानपाठक को निलंबित किये जाने का आदेश की जगह निलंबित समझा जाए का अलग तरह का आदेश जारी हुआ है जो प्रदेश या प्रशासनिक कार्यवाहियों में नयापन् लाता है गरियाबंद डीईओ सारस्वत साहब के द्वारा इस तरह समझा जाए माना जाए इशारे वाले कई आदेश होते रहते है जिसकी स्पष्टता संदेहास्पद होती है आदेश स्पष्ट नहीं होती उड़ती आदेश होती है बीच वाली।

अपने लापरवाही पर पर्दा डालने इस तरह के संदेहास्पद आदेश हो रहे जो प्रशासनिक शब्द कोष में नये नये है।

 

25दिन से अधिक होने के बाद भी निलंबित नहीं किया गया था वही नियमतः कोई शासकीय कर्मचारी 24घंटे जेल मे निरुद्ध होने पर  निलंबित किया जाता है दूसरी ओर कार्यालयीन चूक कहे या लापरवाही 25दिन से जेल मे एक शिक्षक बंद है परन्तु अचानक निलंबित किया जा रहा या इसे विभागीय कार्यवाही से बचाया जा रहा था