प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द मे सुरक्षित शनिवार पर नशा मुक्ति कार्यक्रम आयोजित
गरियाबंद। शासन के निर्देशानुसार प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द में बस्ता मुक्त सुरक्षित शनिवार पर स्कूली बच्चों एवं शिक्षकों के माध्यम से नशा मुक्ति पर नुक्कड़ नाटक कर नशा न करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया शिक्षक खोमन सिन्हा ने बताया कि दिसंबर प्रथम शनिवार मुख्यमंत्री शाला सुरक्षा कार्यक्रम छत्तीसगढ़ सरकार के निर्देश पर नशीले पदार्थों का सेवन न करने के लिए जागरूकता अभियान के तहत प्राथमिक शाला सिर्रीखुर्द में नुक्कड़ नाटक आयोजित किया गया् है जिसमें बताया गया कि नशा पान हम कई तरीकों से करते हैं जैसे बीड़ी पीना गुटखा खाना दारू पीना अत्यधिक बीड़ी पीने से हमारे लंगस खराब होते हैं और बहुत सारी बीमारी भी उत्पन्न होती है हम हर दिन नए मरीज को देखते हैं जिसमें बहुत तरीके से कैंसर जैसे किडनी फेफड़ा इत्यादि तथा भयानक बीमारियों से ग्रसित रहते हैं यह सब अत्यधिक नशा पान करने वाले लोगों को होता है किसी भी तंबाकू गुटखा शराब स्पीरिड ड्रग्स इत्यादि समेत अन्य नशीले पदार्थों का बार-बार प्रयोग करना हमारे शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है नशीली पदार्थों के सेवन का संकेत हो सकते हैं लाल आंखें होना पीली त्वचा सीधे चलने में कठिनाई सोने में कठिनाई वजन कम होना या बढ़ना खुद को साफ ना रखना खराब अभद्र भाषा का प्रयोग करना नशीले पदार्थों के सेवन से सबसे स्पष्ट संकेत हमारे स्वाभाव अव्यावहारिक होते हैं जैसे ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई झूठ बोलना या धोखा देना बहुत अधिक सुस्त या सक्रिय होना खुद को नियंत्रित न कर पाना परिवार या दायित्व के प्रति लापरवाही खुद को चोट पहुंचाना उन गतिविधियों में अरुचि जिसमें वह पहले दिलचस्पी लेते थे याद रखें आप दवा तभी ले सकते हैं जब माता-पिता या कोई विश्वसनीय वयस्क आपको दवा दें यदि आपके कोई दोस्त नशीले पदार्थों का उपयोग कर रहा है तो उनसे बात करें और उन्हें यह समझाने में मदद करें नशा नाश का जड़ है इसलिए हमें स्वस्थ रहने के लिए किसी भी प्रकार से नशा नहीं करना चाहिए इसी कड़ी में कक्षा चौथी एवं पांचवी के बच्चे वैशाली अदिति डेविड देवेंद्र मोहन सूर्यकांत खूब लाल साम्या वर्मा केयूर भूषण द्वारा नशा मुक्ति पर गीत गायन किया गया जो बहुत ही प्रेरणादायक रहा साथ ही कार्यक्रम में संस्था के प्रधान पाठक जगन्नाथ ध्रुव घनश्याम कंवर लीलाराम मतावले मंदाकिनी साहू निरुपानिषाद शिक्षक खोमन सिन्हा उपस्थित रहे


