
गरियाबंद। जिले में शिक्षा विभाग का बड़ा ही बुरा हाल है यहा जिम्मेदार कौन खोजना होगा जिले में ONE TIME RELAXATION केंतहत सहायक शिक्षकों को जिनकी पात्रता थी जिसकी संख्यां 552 थी उनको 31-10 2022 को पदोन्नति दे दी गयी।
- देखें पदोन्नति आदेश
इस पदोन्नति आदेश कें पश्चात इसमें संशोधन लगभग 112शिक्षकों को सूची से पृथक करते हुये नयी dpc कर 541लोगो को जिनमें 112कें आसपास जूनियर शिक्षकों को शामिल करते हुये पदोन्नति कर पदस्थापना दे दी वहीं सीनियर शिक्षकों को जो 61 शिक्षक संविदा से,ईजीएस से थे उनको फर्जी शिक्षकों कें समान अलग करते हुये पदस्थापना नहीं दी गई निर्विवाद शिक्षकों को जाँच कें नाम पर पदस्थापना नहीं दी गई इन्हें बार बार कागज दिखाओ बार बार सीआर जमा करो बोल कर मानसिक प्रताड़ना दिया जा रहा।
61शिक्षक अपनी पदस्थापना कें लियॆ जेडी आफिस कें दलालों तो कभी deoआफिस कें चक्कर में फंस कर आर्थिक शोषण का शिकार हो रहे आखिर इनकी गलती क्या है इन्हें खुद पता नहीं वहीं शिक्षा विभाग 552शिक्षकों में से112शिक्षकों को काउंसिलिंग और पदस्थापना से दूर रखा है पर इन्हें अब तक किस कारण से पदस्थापना नहीं दिया लिखित सूचना नहीं दिया है।
वहीं जिले में भ्रष्टाचार कें आरोपी व्याख्याता जिसकी जाँच हुई दोषी सिद्ध हुआ उसे समग्र शिक्षा का जिला समन्वयक बनाया गया जिसे कुछ दिन पूर्व हटा कर फ़िर से खेलगढ़ियां कें आरोपी को खेल अधिकारी बना दिया गया जो की सरकार की छवि धूमिल करने में कोई कसर ना बची रहे।


