अचंभा
कार या बाईक बंद कर न्यूट्रल करके खड़े करने पर घाट की चढ़ाई की ओर अपने आप चढ़ने लगती है
पेण्ड्रा से बिलासपुर मुख्य मार्ग के केंदा घाटी का मामला
मरवाही के युवक धनंजय राय ने इस स्थान का पता लगाया
इसी तरह का स्थान लद्दाख का मैग्नेटिक हिल मशहूर है
पेण्ड्रा / मरवाही के युवक धनंजय राय ने पेण्ड्रा से बिलासपुर मुख्य मार्ग के केंदा घाटी में एक ऐसे स्थान का पता लगाया है जहां पर कार या बाइक बंद रहने पर भी घाट की चढ़ाई की ओर अपने आप चढ़ने लगते हैं। शुरु में तो इस घटना से धनंजय घबरा गए लेकिन पिछले 10 दिनों में उन्होंने 2 बार अपनी कार और एक बार बाईक को उस स्थान पर जाकर देखा तो उनकी कार व बाईक बंद कर न्यूट्रल करके खड़े करने में घाट की चढ़ाई की ओर लगभग 30 मीटर तक अपने आप चलकर घाट पर चढ़ने लगती है।
पूरी दुनिया में लद्दाख का मैग्नेटिक हिल मशहूर है। यहां चढ़ाई वाले हिस्से पर अपने आप गाड़ी आगे बढ़ती है। ऐसा ही पहाड़ छत्तीसगढ़ के केंदा घाट में भी है। पेण्ड्रा से बिलासपुर जाने के मुख्य मार्ग में ग्राम केंदा से पहले घाट में कार या बाइक को बंद कर न्यूट्रल में खड़ा करने पर कार या बाइक ढलान की ओर नहीं लुढ़कती बल्कि चढ़ाई की ओर चढ़ती है। इस स्थिति में यदि कार में ड्राइविंग सीट पर ड्राइवर न हो तो कार खाई में भी गिर सकती है। बिना ड्राइवर के बंद कार जब ऊपर की तरफ बढ़ती है तो ये देखना सभी को रोमांचित कर देता है।
शुक्रवार को ऐसी ही घटना का मरवाही निवासी 35 वर्षीय धनंजय राय पिता रामकुमार राय और ग्राम कुम्हारी (मरवाही) निवासी दिनेश राय ने वीडियो बनाया। पेण्ड्रा से बिलासपुर जाते समय धनंजय राय ने केंदा घाट के उस स्थान पर कार को बंद करके उसकी चाभी ग्राम परासी के एसके सिंह को दे दिया और उसके बाद जैसे ही उन्होंने कार को न्यूट्रल किया तो कार पीछे की ओर लगभग 15 से 20 किलोमीटर की रफ्तार से घाट की चढ़ाई की ओर चढ़ने लगा और लगभग 30 मीटर तक चढ़ा। ऐसा उन्होंने कई बार करके देखा और दिखाया भी। धनंजय राय की इस खोज से लोगों में कौतूहल है और अन्य लोग भी अब उस स्थान पर इसी तरह से गाड़ी को न्यूट्रल करके चढ़ाई की ओर चढ़ते हुए देखेंगे।
10 दिन पहले परिवार के साथ वहां रुकने पर कार पीछे हुई तो परिवार वाले डर गए थे – धनंजय
धनंजय राय ने बताया कि 10 दिन पहले अपने परिवार के सदस्य का इलाज कराने वो कार से बिलासपुर जा रहे थे तो केंदा घाट में उस स्थान पर कार को रोके। उसी दौरान उनके कलाई में पहनी हुई स्मार्ट वॉच में कुछ हलचल हुई। उसी दौरान उन्होंने जब कार को न्यूट्रल में करके ब्रेक से पैर हटाया तो कार पीछे की ओर घाट में चढ़ने लगी जिससे उनके परिवार वाले डर गए थे। लेकिन इस घटना से उनके मन में जिज्ञासा बढ़ गई थी और उसी रात जब वो बिलासपुर से वापस लौट रहे थे तो उन्होंने उस स्थान पर कार को बंद कर न्यूट्रल में किया तो कार अपने आप घाट में चढ़ने लगी। परिवार वाले फिर घबरा गए तो वो लोग वापस घर लौट आए। धनंजय ने बताया कि उसके कुछ दिन बाद वो बाईक से बिलासपुर जाते समय उसी स्थान पर बाईक को रोककर न्यूट्रल में किए तो बाईक भी घाट की ओर चढ़ने लगी। उन्होंने बताया कि पानी की बाटल को भी उन्होंने लुढ़काया तो पानी की बाटल भी घाट की चढ़ाई की ओर लुढ़कती हुई दिखी।
भारी वाहनों का लगातार आना जाना होता है इसलिए लोग संभलकर करें प्रयोग
पेण्ड्रा से बिलासपुर मुख्य मार्ग बहुत ही व्यस्ततम मार्ग है जिस मार्ग में भारी वाहनों का लगातार आना जाना लगा रहता है। इसलिए केंदा घाट के उपरोक्त स्थान पर लोग संभलकर वाहन को न्यूट्रल करके प्रयोग करें जिससे किसी भी प्रकार की अनहोनी नहीं हो।


