गरियाबंद 13 जनवरी 2023/ जिले के गरियाबंद वन मंडल अंतर्गत विकासखण्ड मुख्यालय मैनपुर में वन धन केन्द्र के माध्यम से महिला स्वसहायता समूहों को वर्षभर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त केन्द्र में महिला स्व सहायता समूह द्वारा माहूल पत्ता से दोना-पत्तल, नाश्ता प्लेट का निर्माण कार्य किया जा रहा है। निर्मित उत्पादों का विक्रय विभिन्न फर्मों के ऑर्डर के अनुसार किया जा रहा है। समूह द्वारा आसपास के वन प्रबंधन समिति के माध्यम से संग्रहित माहूल पत्तों का क्रय कर दोना-पत्तल का निर्माण कर विभिन्न क्षेत्रों के फर्म व व्यक्तियों को सार्वजनिक रूप से विक्रय किया जा रहा है। वनधन केन्द्र के माध्यम से स्वसहायता समूह के सदस्यों को रोजगार प्रदाय कर आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। वर्ष 2020 एवं 2021 में कोरोना काल के दौरान भी स्व सहायता समूह सदस्यों द्वारा मास्क निर्माण कर विभिन्न वन प्रबंधन समितियों एवं लघु वनोपज समितियों को विक्रय कर अच्छी आमदनी अर्जित की गई। उक्त केन्द्र को उत्पाद बिक्री में वर्ष 2020-21 एवं 2021-22 में 2 लाख 93 हजार रूपये तथा वर्ष 2022-23 में 1 लाख 53 हजार रूपये का लाभ अर्जित हुआ है।
वनधन केन्द्र में क्रमशः पत्तल, दोना, नाश्ता प्लेट का निर्माण मुख्यतः किया जाता हैं। जिसमें पत्तल 13 इंच गत्ता पत्तल, 13 इंच पेपर पत्तल, 12 इंच पेपर पत्तल, 12 इंच पत्तल व दोना 07 इंच, 06 इंच तथा नास्ता प्लेट 08 इंच की साईज में विक्रय हेतु उपलब्ध रहता है। दोना पत्तल सेन्टर से निर्मित उत्पादों को राज्य के विभिन्न फर्मों में आर्डर के अनुसार विक्रय किया जाता है। वर्तमान में सिंगल यूज प्लास्टीक बैंन होने के कारण समाज के विभिन्न वर्गों में सामाजिक आयोजनों में लगातार हर्बल प्रोडक्ट (दोना पत्तल) की मांग बढ़ रही हैं।
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गरियाबंद : वनधन केन्द्र के माध्यम से महिला समूहों को मिला रोजगार
वनधन केन्द्र के माध्यम से महिला समूहों को मिला रोजगार
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