गरियाबंद।गरियाबंद जिले मे अनेको नियम विरुद्ध काम होते है खास कर ऐसे काम शिक्षा विभाग मे बहुतेरे होते है जिले के 722 पदोन्नत प्रधानपाठको को जिनकी पदोन्नति गत वर्ष 31अक्टूबर को हुई थी पदस्थापना नहीं मिल पाई साल बीत गया 2022 से 2023 हो गया
जिले में अधिकारी तों बदल गये पर कार्यप्रणाली नहीं बदल पाये सुस्त कछुआ चाल और नये नये अड़ंगे डाल कर पदस्थापना नहीं करा पाए छत्तीसगढ़ का सबसे पिछड़ा जिला गरियाबंद बन गया पूरे प्रदेश में प्राथमिक प्रधान पाठक पदोन्नति समाप्त हो गई गरियाबंद जिला पूरा नहीं करा पाया है।जिसके चलते पदोन्नत शिक्षकों को वार्षिक वेतन वृद्धि और सीनियारिटी खोना पड़ा है।
पदोन्नति की जगह हो रहे प्रभार का खेल
जिले में पदोन्नति एक तरफ ठंडे बस्ते में है वही दूसरी तरफ आश्रम हास्टल में शिक्षकों को प्रभार देने का खेल जारी है सूत्रों के मुताबिक जिले में एक पैकेज के तहत अधीक्षक बनाए जा रहे शिक्षा विभाग में बिचौलियों की चांदी कट रही आम शिक्षकों के काम नहीं हो पा रहे परंतु बिचौलिये का काम फटा फट हो रहे।


