
समाज के जिलाध्यक्ष पद से भागवत साहू तत्काल इस्तीफा दें – जाकेश साहू
राजनंदगांव //-
विगत दिनों भागवत साहू एवं दलेश्वर साहू के बीच राजनीतिक व चुनावी मामले में जो विवाद हुआ इससे साहू समाज की काफी ज्यादा किरकिरी हुई व जिले के लाखों सामाजिक बंधुओं की भावनाओं को इससे ठेस पहुंचा।
इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए साहू समाज के आजीवन जिला सदस्य जाकेश साहू ने कहा कि भागवत साहू द्वारा अपने हार के लिए डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू को जिम्मेदार ठहरा कर बैठक के संबंध में झूठा खबर प्रकाशित किया गया।
ठीक दूसरे दिन साहू समाज के जिला पदाधिकारीयों के द्वारा भागवत साहू एवं जिला साहू संघ की खबरों का खंडन किया गया कि बैठक में दलेश्वर साहू का साहू समाज के कार्यक्रमों से बहिष्कार की कोई प्रस्ताव पास नहीं हुआ है।
इस बातों से यह स्पष्ट प्रतीत होता है कि भागवत साहू द्वारा अपनी चुनाव हार की बौखलाहट को साहू समाज में घसीटा जा रहा है। जाकेश साहू ने कहा है कि चुनाव लड़ना और हारना जीतना यह अलग बात है। यह पूरा मामला उनके संबंधित राजनीतिक दल का है।
यदि भागवत साहू को चुनाव में किसी ने हराया है या उन्हें अपने पार्टी के किन्हीं नेताओ से कोई दिक्कत है तो इस मुद्दे को उन्हें अपने पार्टी फोरम में उठाना चाहिए ना कि इस जिला साहू संघ में उठाकर समाज की किरकिरी करनी चाहिए।
यदि उनको लगता है कि ये साहू समाज से जुड़ा हुआ कोई व्यक्ति किसी प्रकार का गलत कार्य किया है। तो उन्हें नियमानुसार जिला साहू समाज में लिखित आवेदन देना चाहिए था। जिससे कि जिला साहू संघ का एक जलसा अथवा आम सभा बुलाकर सभी पदाधिकारी के द्वारा उनका निराकरण किया जाएगा।
लेकिन बैठक किसी और विषय पर हो और उसमें निजी फायदे के लिए गलत खबर प्रकाशित कर समाज की किरकिरी करना व समाज को अपनी जागीर और बपौती समझते हुए सामाजिक बैठक के संबंध में कुछ भी झूठा, अनर्गल और गलत समाचार प्रकाशित कर समाज का किरकिरी करवाना यह बिल्कुल ही गलत एवं अनुचित है।
ऐसी हरकत के लिए समाज के जिला अध्यक्ष भागवत साहू को अपने पद में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। भागवत साहू को तत्काल अपने जिला अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने चाहिए।
समाज के आजीवन जिला सदस्य जाकेश साहू ने अपने बयान में आगे कहा है कि भागवत साहू को चौकी नगर पंचायत के अध्यक्ष भाई अनिल मानिकपुरी से सबक और सीख लेनी चाहिए। अनिल मानिकपुरी को संबंधित उनके राजनीतिक दल ने टिकट नहीं दिया। जिसके कारण उन्होंने पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ा और अपनी लोकप्रिय के दम पर चुनाव जीत का नगर पंचायत अध्यक्ष बना।
भागवत साहू को तो उनके संबंधित राजनीतिक दल ने बाकायदा पार्टी से अधिकृत किया था। और ऐसे में यदि वे इतने ही लोकप्रिय व्यक्ति हैं तो उनको तो चुनाव जीतना कर दिखाना था।परंतु वे चुनाव हार गए और अपनी चुनावी हार की खीझ के कारण अन्य लोगों पर आरोप लगाना और उसमें साहू समाज को घसीटना व समाज के किसी राजनीतिक दल से जुड़े प्रतिष्ठित विधायक को अपनी हार के जिम्मेदार बताकर समाज की आड़ लेकर दुनियाभर का प्रपंच करना।
यह सब किसी भी सूरत में उचित नहीं है।इससे जिला साहू संघ की न सिर्फ किरकिरी हुई है बल्कि समाज से जुड़े जिले के लाखों सामाजिक बंधुओं और माताओं बहनों की आस्था को गहरा ठेस पहुंचा है। इसके लिए भागवत साहू को अपने जिलाध्यक्ष पद से तुरंत इस्तीफा देकर जिला साहू संघ से माफी मांगनी चाहिए।


