पेण्ड्रा/दिनांक 24 अगस्त 2023
5 दंतैल हाथियों का उत्पात जारी, 21 मकान तोड़े, 42 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया
क्षेत्र में दहशत का माहौल, ग्रामीण कर रहे रतजगा
वन अमला कर रहा नुकसान का आंकलन
जान जोखिम में डालकर लोग फोटो खींच रहे और वीडियो बना रहे
हाथियों को रोकने में वन विभाग बुरी तरह से नाकाम साबित हुआ
सरगुजा और कोरबा में हाथी रहवास में खुले कोल ब्लॉक की कीमत मरवाही वासी चुका रहे हैं
पेण्ड्रा / 5 दंतैल हाथियों का दल ने मरवाही वन परिक्षेत्र के गांवों में पिछले 11 दिनों से उत्पात मचाते हुए 21 मकान तोड़कर उसमें रखे अनाज को चट कर डाले हैं और 42 किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया है। क्षेत्र में हाथियों से दहशत का माहौल होने के कारण ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर हैं वहीं वन विभाग का अमला ग्रामीणों को हुए नुकसान का आंकलन कर रहा है।
देखें वीडियो ????????
5 दंतैल हाथियों का दल मरवाही परिक्षेत्र के कई गांवों में ग्रामीणों के मकान और फसल को नुकसान पहुंचा चुका है और लगातार नुकसान पहुंचा रहा है। ये हाथी रोज रात में धान, महुआ खाने के लिए किसी न किसी ग्रामीण का घर तोड़ रहे हैं। अब तक 21 ग्रामीणों के मकान को इन हाथियों ने तोड़ दिया है और उनके घरों में रखे हुए धान, महुआ, मक्का इत्यादि को चट कर दिया है। यह हाथी ग्रामीणों की बाड़ियों में लगे मक्के की फसल को खा भी रहे हैंऔर रौंद भी रहे हैं। वहीं खेतों में लगे हुए धान की फसलों को भी बुरी तरह से पैरों से रौंद देते हैं। शासन द्वारा बनाए गए नियम में इतना कम मुआवजा दिया जाता है कि किसान के फसल की नुकसानी तो छोड़िए उसकी मजदूरी भी वसूल नहीं होती।
इन 5 दंतैल हाथियों का दल बुधवार की रात को ग्राम दानीकुंडी और मौहरीटोला के बीच चहल कदमी कर रहा था वहीं पिछले कुछ दिनों से इन्हीं गांवों के अलावा ग्राम नाका के इर्द-गिर्द ही यह दल मंडरा रहा है।
बहुत से ग्रामीण हाथियों को देखने के लिए भी पहुंच रहे हैं, जिन्हें हाथियों के करीब जाने से वन कर्मियों के द्वारा रोका जा रहा है जिससे कि कोई अनहोनी न हो।
भालू लैंड अब हाथी प्रभावित क्षेत्र बना
बता दें कि मरवाही वन परिक्षेत्र भालू प्रभावित क्षेत्र होने के साथ ही अब हाथी प्रभावित क्षेत्र हो चुका है जहां साल में कई बार हाथियों से जन धन की हानि हो रही है। वहीं इन हाथियों को रोकने में वन विभाग बुरी तरह से नाकाम साबित हो रहा है।
11 दिन पहले अनूपपुर वन मण्डल से मरवाही आया है हाथियों का दल
अंतर्राज्यीय सीमा मध्य प्रदेश के जिला अनुपपुर के पोड़ी जैतहरी क्षेत्र से मरवाही वन मण्डल के अंतिम छोर में बसे गांव करहनी 11 दिन पहले हाथियों का दल पहुंचा था और घरों को तोड़ने के साथ ही फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया था।
सतर्क रहने की अपील
हाथियों की चहल कदमी के कारण वन कर्मी ग्रामीणों की मदद से फटाखे फोड़कर हाथियों को गांव की आने से रोकने का प्रयास करते हैं लेकिन उनका प्रयास लगातार नाकाम हो रहा है। पांचों दंतैल हाथी खतरनाक हैं, इसलिए वन विभाग ने ग्रामीणों से सतर्क रहने का अपील किया है।
सरगुजा और कोरबा में हाथी रहवास में खुले कोल ब्लॉक की कीमत मरवाही वासी चुका रहे हैं
सरगुजा और कोरबा जिले में हाथी रहवास क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कोल ब्लॉक खोले गए हैं जिसके कारण हाथी अपने प्राकृतिक रहवास से इधर उधर भटकने को मजबूर हो गए हैं। यही कारण है कि वर्ष 2016 से अब तक दर्जनों लोग हाथियों के हमले में बेमौत मारे जा चुके हैं और बड़े पैमाने में मकान और फसल की क्षति भी हुई है। कोल ब्लॉक की बड़ी कीमत मरवाही वासियों को चुकाना पड़ रहा है।
हाथियों की गतिविधि पर वन विभाग की नजर है, नुकसानी का आंकलन भी कर रहे – डिप्टी रेंजर
इस संबंध में दानीकुंडी के प्रभारी डिप्टी रेंजर जवाहर लाल केवट ने बताया कि हाथियों की गतिविधि पर वन विभाग के कर्मचारियों की नजर पूरे समय रहती है। अभी तक जिन ग्रामीणों के मकान, फसल इत्यादि को नुकसान पहुंचाया गया है, उसके नुकसानी का आंकलन भी कर रहे हैं जिससे उन्हें मुआवजा दिलाया जा सके।


