शिक्षक दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री का बड़ा तोहफा।
1318 शिक्षकों को सौंपे नियुक्ति पत्र।
उल्लास का क्षण। सभी शिक्षकों ने नियुक्ति पत्र लहराकर अपने उल्लास का किया प्रदर्शन।
मुख्यमंत्री ने दी बहुत बधाई
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का उद्बोधन :-
कोरोना काल में पढ़ाई का जो लॉस हुआ है, वह पूरे देश में सबसे कम हमारे छत्तीसगढ़ को हुआ है।
मैं आप सभी को बधाई देता हूँ, आप ऐसे शिक्षक बनेंगे जिनका वर्तमान भी सुरक्षित है और भविष्य भी। आपको ओल्ड पेंशन योजना का भी लाभ मिलेगा।
इसलिए मैं आप सभी से कहता हूं कि आपको छत्तीसगढ़ का भविष्य सुरक्षित करना है।
एक बार केशकाल के धनोरा गांव में मैं भेंट-मुलाकात में गया। तभी एक छात्रा बहुत गुस्से में थी, उसने मुझसे कहा मुख्यमंत्री जी ! क्या केवल स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के बच्चे ही अच्छे रहेंगे, बाकी स्कूलों के लिए कुछ नहीं क्यों ! उसकी बात सुनकर मैंने यह निर्णय लिया कि चाहे जितने भी पैसे लग जाएं हम सभी स्कूलों का विकास करेंगे। चाहे वह हिंदी माध्यम हो या अंग्रेजी माध्यम।
मैं समझता हूं इतनी बड़ी संख्या स्कूलों के मरम्मत एवं कक्षों के निर्माण कार्य का लोकार्पण पहली बार हुआ है।
उन्होंने शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि आप जैसा बच्चों को गढ़ेंगे, वैसा ही बच्चों का भविष्य होगा, यह आप पर निर्भर है।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का उद्बोधन :-
कोरोना काल में पढ़ाई का जो लॉस हुआ है, वह पूरे देश में सबसे कम हमारे छत्तीसगढ़ को हुआ है।
मैं आप सभी को बधाई देता हूँ, आप ऐसे शिक्षक बनेंगे जिनका वर्तमान भी सुरक्षित है और भविष्य भी। आपको ओल्ड पेंशन योजना का भी लाभ मिलेगा।
इसलिए मैं आप सभी से कहता हूं कि आपको छत्तीसगढ़ का भविष्य सुरक्षित करना है।
एक बार केशकाल के धनोरा गांव में मैं भेंट-मुलाकात में गया। तभी एक छात्रा मुझसे मिली, उसने मुझसे कहा मुख्यमंत्री जी, आपने स्वामी आत्मानंद स्कूल अच्छे बना दिये। हमारा स्कूल भी अच्छा कर दीजिए। मैंने छात्रा को आश्वस्त किया कि हम सभी स्कूलों को बेहतर बनाएंगे।
मैं समझता हूं इतनी बड़ी संख्या स्कूलों के मरम्मत एवं कक्षों के निर्माण कार्य का लोकार्पण पहली बार हुआ है।
उन्होंने शिक्षकों का आह्वान करते हुए कहा कि आप जैसा बच्चों को गढ़ेंगे, वैसा ही बच्चों का भविष्य होगा, यह आप पर निर्भर है।


