उत्तराखंड

देश से ज्यादा उत्तराखंड की सरकार चुनने में दिलचस्पी, लोकसभा नहीं विधानसभा चुनाव में बंपर वोटिंग

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पिथौरागढ़। उत्तराखंड के मतदाता देश की सरकार चुनने की तुलना में प्रदेश की सरकार चुनने में ज्यादा दिलचस्पी दिखाते हैं। उत्तराखंड बनने के बाद से अब तक विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए 10 बार मतदान हो चुका है। इसमें हर बार विधानसभा चुनाव में ही ज्यादा मतदान देखने को मिला।

उत्तराखंड में 24 वर्षों में हुए विधानसभा व लोकसभा चुनाव में अब तक सबसे अधिक वोट वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में पड़े थे। तब प्रदेश भर में 66.17 फीसदी मतदाताओं ने अपना वोट डाला था। इससे ऊपर अब तक मतदान नहीं हुआ है।

हर लोकसभा चुनाव में विस से कम मतदान
वर्ष 2002 के विधानसभा चुनाव की बाते करें तो 54.34 वोटिंग हुई। इसके दो वर्ष बाद हुए लोकसभा चुनाव में प्रदेश में 48.07 वोटरों ने वोट डाला। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 59.45 तक पहुंचा। वर्ष 2009 में बीते आम चुनाव के मुकाबले तो मतदान बढ़ा, पर वोटिंग प्रतिशत विधानसभा चुनाव से कम ही रहा।

तब 53.43 लोगों ने देश की सरकार चुनने में भागीदारी निभाई। वर्ष 2012 विधानसभा और 2014 लोकसभा चुनाव में भी यह अंतर देखने को मिला। वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भी 65.41 फीसदी लोग वोट डालने बूथों तक पहुंचे, लेकिन लोकसभा के लिए दो दिन पूर्व संपन्न हुए मतदान के बाद अब तक वोट प्रतिशत 57.24 पर ही पहुंचा है।


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