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प्रधान पाठक संघ ने किया पदोन्नति प्रक्रिया रोकने की मांग


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प्रधान पाठक संघ ने किया पदोन्नति प्रक्रिया रोकने की मांग

रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक संघ के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष श्री त्रिभुवन वैष्णव एवं प्रांत सचिव श्री कमलेश सिंह बिसेन ने संयुक्त पत्र जारी करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी, प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव एवं संचालक लोक शिक्षण संचनालय रायपुर को पत्र लिखकर आगामी पदोन्नति प्रक्रिया जिसमें प्राचार्य ,व्याख्याता माध्यमिक प्रधान पाठक एवं प्राथमिक प्रधान पाठक की पदोन्नति प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने की मांग की है। गौरतलब है कि एक तरफ जहां लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा मई 2024 में एक पत्र जारी कर प्रदेश में आगामी भर्ती एवं पदोन्नति के लिए नए नियम बनाने हेतु कार्य समिति की गठन किया गया है ।समिती में सहायक संचालक की अध्यक्षता में विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी को स्थान दिया गया है ।इस कार्य समिति का उद्देश्य भारती एवं पदोन्नति नियम 2019 में विभिन्न विसंगतियों को दूर करते हुए विसंगति मुक्त तरीके से प्रदेश में आगामी पदोन्नति एवं भर्ती प्रक्रिया के लिए नियम बनाने हेतु गठित है ।एक तरफ जहां उक्त समिति की बैठक दो बार आयोजित हो चुकी है और आने वाले दिनों में अपनी अंतिम रिपोर्ट जारी कर नए सिरे से भर्ती एवं पदोन्नति नियम बनाया जाना है। वहीं दूसरी तरफ पुराने भर्ती एवं पदोन्नति नियम 2019 का पालन करते हुए प्रदेश में प्राचार्य, व्याख्याता, मिडिल स्कूल प्रधानपाठक जैसे महत्वपूर्ण पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया जारी है। जिसके कारण फिर से पदोन्नति प्रक्रिया न्यायालय मामलों में फंसकर बाधित हो सकती है क्योंकि 2019 की भर्ती एवं पदोन्नति नियम में इतनी अधिक विसंगतियां व्याप्त है जिसके कारण एक कर्मचारी संगठन दूसरे कर्मचारी संगठन पर आरोप प्रत्यारोप लगाते रहते हैं। और ई संवर्ग, टी संवर्ग और एलबी संवर्ग में लगातार वरिष्ठता को लेकर विवाद का विषय बना रहता है। जिसके कारण बहुत सारे मामले न्यायालय में लंबित है। इस विषय पर ध्यान आकर्षण करते हुए छत्तीसगढ़ प्रधान पाठक संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री त्रिभुवन वैष्णव जी ने कहा है कि पहले नई भर्ती और पदोन्नति नियम को राजपत्र में अधिसूचित किया जाना चाहिए फिर नए नियमों के तहत प्राचार्य व्याख्याता और अन्य पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया प्रारंभ की जानी चाहिए ।इससे भविष्य में सभी के विवादों का समाधान हो सकता है और बार-बार मामला न्यायालय में जाने से भी बच्चा जाएगा बचा जा सकता है। माननीय मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ श्री विष्णु देव साय जी जो कि वर्तमान में शिक्षा विभाग के भार साधक मंत्री भी हैं उनसे यह अपेक्षा की जाती है कि विभाग में पारदर्शी और न्यायपूर्ण तरीके से आगामी पदोन्नति हो इसका ध्यान रखते हुए वे तत्काल प्रभाव से आगामी प्राचार्य व्याख्याता और अन्य पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया को तत्काल स्थगित करने हेतु निर्देश जारी करेंगे।


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