Breaking News

अमरकंटक में भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव की तैयारियां जोरों पर 24 टन की अष्टधातु की प्रतिमा 28 टन के अष्टधातु के कमल पर विराजमान है

अमरकंटक में भगवान आदिनाथ की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव की तैयारियां जोरों पर

24 टन की अष्टधातु की प्रतिमा 28 टन के अष्टधातु के कमल पर विराजमान है

आचार्य विद्यासागर महाराज के सानिध्य में 1008 जैन श्रावक दंपत्ति इंद्र इंद्राणी बनकर पूजा में होंगे शामिल

विशाल पंडाल और हजारों विश्राम कक्ष बनाए जा रहे

20 वर्ष लगे हैं मन्दिर के निर्माण में

पेण्ड्रा / शताब्दी के महानतम श्रमण साधक संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज के ससंघ सानिध्य में 25 मार्च से 02 अप्रेल तक अमरकंटक की पावन धरा पर होने वाले भगवान आदिनाथ की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव की तैयारियां पंच कल्याणक समिति अमरकंटक और सर्वोदय समिति द्वारा तीव्रता के साथ प्रगति पर है।

जैन धर्म में पंच कल्याणक समारोह का आयोजन भव्य रूप में आयोजित किया जाता है और ये आयोजन आचार्य विद्यासागर महाराज के सानिध्य में हो तो वह भव्यातिभव्य हो जाता है। आचार्य श्री की प्रतिष्ठा अद्वितीय है और उन्हें विशुद्ध और निर्दोष आचरण का पालन कर तप करने के कारण पूरे भारत में ख्याति व्याप्त है। आचार्य श्री सांसारिकता से पूर्ण रूपेण निर्लिप्त हैं। उनकी तपश्चर्या देखकर सहज ही मन श्रद्धा से भर जाता है। हम आश्चर्यचकित हो जाते हैं कि आधुनिक युग में सांसारिक आलंबन त्याग कर तप करने वाले महान तपस्वी हैं। इस धार्मिक आयोजन में जैन श्रावक इंद्र इंद्राणी बनकर विशेष पूजन कर अपने सौभाग्य में वृद्धि करते हैं।

1008 जैन श्रावक दंपत्ति इंद्र इंद्राणी बनकर पूजा में होंगे शामिल – वेदचन्द जैन

समिति के प्रचार प्रमुख वेदचन्द जैन ने बताया कि जैन धर्म के ख्याति लब्ध प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रम्ह्यचारी विनय भैया के निर्देशन में सभी धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किये जायेगें। पंच कल्याणक महोत्सव को विशुद्धि के साथ संपन्न कराने में विनय भैया सिद्धहस्त प्रतिष्ठाचार्य हैं। इस महोत्सव में 1008 न्यूनतम जैन श्रावक दंपति इंद्र इंद्राणी बनकर पूजन करेंगे।

विशाल पंडाल और हजारों विश्राम कक्ष बनाए जा रहे

समिति के अध्यक्ष सिंघई प्रमोद जैन बिलासपुर, स्वागताध्यक्ष सिंघई विनोद जैन बिलासपुर व सुरेश जैन दुर्ग कोषाध्यक्ष मनीष जैन बुढ़ार, अशोक जैन जबलपुर अमरकंटक में ही रहकर सभी प्रबधों का संचालन कर रहे हैं। इस आयोजन के लिये विशाल पंडाल व हजारों अस्थायी विश्राम कक्ष बनाये जा रहे हैं। इन कक्षों में दैनिक क्रियायों की सभी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। हजारों दर्शकों की क्षमता का विशाल पांडाल बनाया जा रहा है। कार्यक्रम स्थल एक उपनगर की भांति होगा। वाहनों के लिये विशाल पार्किंग स्थल विभिन्न मार्गों पर बनाया जा रहा है। समारोह स्थल तक वाहनों का आवागमन निषिद्ध रहेगा।


There is no ads to display, Please add some
alternatetext
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

The Latest

To Top

You cannot copy content of this page

$(".comment-click-32949").on("click", function(){ $(".com-click-id-32949").show(); $(".disqus-thread-32949").show(); $(".com-but-32949").hide(); });
$(window).load(function() { // The slider being synced must be initialized first $('.post-gallery-bot').flexslider({ animation: "slide", controlNav: false, animationLoop: true, slideshow: false, itemWidth: 80, itemMargin: 10, asNavFor: '.post-gallery-top' }); $('.post-gallery-top').flexslider({ animation: "fade", controlNav: false, animationLoop: true, slideshow: false, prevText: "<", nextText: ">", sync: ".post-gallery-bot" }); }); });