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    पदोन्नति न्याय पद यात्रा

    छत्तीसगढ़ शालेय शिक्षक संघ के कार्यकारी जिलाध्यक्ष पवन दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरिया, एम सी बी जिले के समस्त शिक्षक विगत 1 साल से पदोन्नति की प्रक्रिया को भली भांति देख रहे हैं। सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में 95% जिलों में पदोन्नति हो गई या प्रकिया जारी है। हमारा अविभाजित कोरिया जिला एक ऐसा अभागा जिला हैं जिसमे हर समय हर बार पदोन्नति में रोड़ा लगा है। वो रोड़ा कुछ हमारे ही बीच के जयचन्द साथियों की ओर कुछ अधिकारियों ने लगवाया हैं ।आज हम पूरे छत्तीसगढ़ में पदोन्नति की वरिष्ठता में सबसे निचले क्रम मे खड़े हैं। अब हमको आपको कितना भविष्य मे नुकसान होगा इसका अंदाज़ा लगाना मुश्किल है ।पदोन्नति में जूनियर होना इसके क्या मायने है आप उन शिक्षकों से पूँछिये जिनको इसका दंश मिला है जिसे वो आज भी भोग रहे हैं। सरकार सहायक शिक्षकों के हित मे लगातार कार्य करती रही है मगर कुछ जयचंद लोग सरकार के छवि को खराब कर अपने आपको बहुत बड़ा सरकार का शुभचिंतक बता रहे हैं। अब कोरिया जिला में अत्याचार की पराकाष्ठा की सीमा पार हो चुकी हैं ।अब हमारे पास खोने को कुछ भी नही है क्यूंकि हमारा सब कुछ तो लगभग लुट ही चुका है ।कम से कम कोरिया में इस अभिशाप को मिटाना जरूरी है । अधिकारी अपने कर्तव्य को ना भूले शिक्षकों को आये दिन अनुशासन और कर्त्तव्य का पाठ पढ़ाया जाता है पर जब स्वयं की बारी आती हैं तो उनको साँप सूंघ जाता है। अब किंतु – परन्तु का समय नही रहा।हमारे अधिकारों को इन अधिकारियों ने कुचला है अतः ऐसे निष्क्रियअधिकारियों को कर्तव्य की पाठशाला पढवानी जरूरी हैं, अन्यथा आने वाली पीढ़ियों को भी यही दर्द भोगना पड़ेगा। मेरा एक ही उसूल हैं जब उसूल पर आंच आये तो टकराना जरूरी है। जिंदा अगर हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है।बस मैं इन्ही शब्दो के साथ अपनी बातों को यही पर समाप्त करूँगा और सभी को यह बतलाना चाहूंगा की मैं पदोन्नति विलम्ब होने के विरोध मे दिनांक 28 नवम्बर 22 दिन सोमवार को प्रात:11बजे पदोन्नति न्याय पद यात्रा कोरिया जिला मुख्यालय प्रस्थान करूँगा । अगर शिक्षक साथियों को लगता है कि यह न्याय यात्रा जरूरी है तो आप सभी कोरिया जिला मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सम्मुख उपस्थित होकर अपने अधिकारों के लिये एक दहाड़ जरूर लगाइये। न्याय पद यात्रा के बाद कलेक्टर कोरिया को ज्ञापन सौपकर यह मांग की जायेगी ऐसे जिला शिक्षा अधिकारी की सेवा पुस्तिका मैं कार्य के प्रति असमर्थ ओर लापरवाह लिखा जाए ताकि भविष्य मे इनकी जब भी पदोन्नति हो तो ये अपने संवर्ग मैं सबसे कनिष्ठ हो और शिक्षकों के हित पर कुठाराघात करने वाले ऐसे व्यक्ति को कभी भी जिला शिक्षा अधिकारी के पद पर न बैठाया जाए