केदार जैन शिक्षक संगठनों के राष्ट्रीय बैठक में शामिल होने दिल्ली रवाना
सुप्रीम कोर्ट से शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा TET अनिवार्य करने के निर्णय के बाद से ही पूरे देश के शिक्षकों ने इसके विरोध में एकस्वर होकर आंदोलन एवं याचिका लगाना शुरू कर दिया है।
छत्तीसगढ़ के शिक्षको एवं शिक्षक संगठनों ने भी TET पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है । छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन शिक्षक हित मे अब खुल कर सामने आए है उन्होंने राज्य सरकार से सुप्रीम कोर्ट के आदेश को चुनौती देने का अपील किया है । TET के विरोध में देश भर के शिक्षक संगठन एकजुट हो रहे है इसी को लेकर 5 अक्टूबर को राष्ट्रीय बैठक में शामिल होने दिल्ली निकल गए है।
केदार जैन ने बयान जारी करते हुवे बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ सदैव शिक्षक हित मे प्रयासरत रहा है दिल्ली की बैठक में अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुवे हम अपनी बात रखेंगे और TET अनिवार्यता का विरोध करेंगे साथ ही सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति, पूर्व सेवा गणना करते हुवे क्रमोन्नत वेतनमान एवं पुरानी पेंशन का लाभ ,जैसे को भी राष्ट्रीय मंच पर रखेंगे।
मीडिया न्यूज़ जारी करते हुवे अमित दुबे एवम कमलेश गावड़े ने बताया कि छत्तीसगढ़ के आम शिक्षक वैसे वेतन विसंगति एवं युक्तियुक्तकरण का दंश झेल रहे है उन्हें TET के मकड़जाल न फसाया जाए वही बेहतर है।
संगठन की ओर से प्रांतीय पदाधिकारियों में ममता खालसा, माया सिंह, ओमप्रकाश बघेल,अर्जुन रत्नाकर,गिरिजाशंकर शुक्ला,नरोत्तम चौधरी ,रूपानंद पटेल,ताराचंद जयसवाल,सुभाष शर्मा,विजय रॉय,सोहन यादव,शहादत अली, हरीश सिन्हा,यशवंत देवांगन, संभाग अध्यक्ष में बसन्त जायसवाल,गोपेश साहू, जिलाध्यक्ष में स्नेहलता पाठक,संतोष तांडे, सचिन त्रिपाठी, प्रदीप साहू,राजकमल पटेल, शैलेंद्र तिवारी, विजय धृतलहरे, अमित महोबे,नित्यानंद यादव,विकास सिंह, मोहन लहरी,नन्दलाल देवांगन ,नीलेश रामटेके,संजय महाडिक,लक्ष्मी कांत जडेजा, चोखे लाल पटेल,पूरण सिंह देहारी,केडी वैष्णव,श्यामाचरण डड़सेना, अशोक गोटे ,मो. तबरेज खान,आदि ने प्रांताध्यक्ष केदार जैन को शुभकामनाएं प्रेषित किया है।