हाईकोर्ट के द्वारा कड़ी टिप्पणी के बावजूद व्याख्याता बनाए जा रहे बीईओ ,सरकार के अफसर कानून को टांग रहे खूंटी में
रायपुर। शिक्षा विभाग अब मनमाने पर उतारू है जिसका ताजा उदाहरण गत दिनों देखने को मिला जब हाईकोर्ट में एक व्याख्याता ने बी ई ओ पद का प्रभार दिलाने याचिका दाखिल की जिस पर माननीय हाईकोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति राकेश मोहन पांडे ने व्याख्याता फिरोज खान की याचिका खारिज कर शासन को नियम विरुद्ध अपात्र व्याख्याता को बी ई ओ का प्रभार मांगने की याचिका खारिज कर 75%प्राचार्य और 25%सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी से बीईओ पद की पूर्ति करने कहा पर सरकार के अफसर इसे मानते कब है वहीं पूर्व में एक ABEO की याचिका पर व्याख्याता को प्रभार देने पर रोक लगा दी थी और व्याख्याता को अपात्र माना था परंतु कोर्ट की अवमानना करते हुये शिक्षा विभाग प्रदेश के कई विकास खंडों में BEO पद पर व्याख्याताओं को प्रभार देकर आदेश किया है व्याख्याताओं का मूल काम छात्र छात्राओं को पढ़ाना है परंतु जुगाड़ के इस युग में कोर्ट के आदेशों को खूंटी पर टांग कर अधिकारी के कुर्सी पर कुंडली मार कर बैठे है वहीं शिक्षा विभाग न्यायालय की आदेश की परवाह किये बिना आदेश के बाद भी व्याख्याताओं को बीईओ की कुर्सी पर बैठा रहा।


