युक्तियुक्त करण करेगा विद्यार्थियों के भविष्य को बरबाद – शिक्षक महासंघ
रणनीति बनाने 24 अगस्त को रायपुर में मेगा बैठक।
युक्तियुक्तकरण के विरोध में संगठन की एकजुटता के जगह फुट डालने कुछ लोग अधिक सक्रिय , शिक्षक का नुकसान ।
रायपुर – राज्य शासन ने दर्ज संख्या के आधार पर स्कूल और शिक्षकों की संख्या में कटौती का फरमान निकाला है और अपने इस तुंगलकी फरमान की क्रियान्वित करने के लिए विभागीय स्तर पर जोराशोर से लगा हुआ है जिससे विद्यार्थियों के पलको को जहां अपने बच्चो के भविष्य की चिंता सता रही थी वही शिक्षको को अपने नौकरी की उक्त कथन है छत्तीसगढ़ संयुक्त शिक्षक महासंघ के प्रांतीय संयोजक कृष्णकुमार नवरंग व राजनारायण द्वीवेदी का
ज्ञात हो कि शुक्रवार 16 अगस्त को छत्तीसगढ़ संयुक्त शिक्षक महासंघ का महत्वपूर्ण बैठक रखा गया जिसमें राज्य शासन और स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निर्धारित युक्तियुक्त करण प्रक्रिया का घोर विरोध करते हुए सड़क की लड़ाई लड़ने का जंगी ऐलान किया गया है इसके लिए आगामी शनिवार को 24 अगस्त को राजधानी रायपुर में फिजिकल बैठक रखकर इसके विरोध में व्यापक रणनीति बनाने और युक्तियुक्तकरण को रोकवाने आंदोलन किए जाने का प्रस्ताव बनाया गया।
महासंघ का राज्य सरकार पर सीधा प्रहार है की शासन अपने जितोरी भरने के लिए स्कूली बच्चों के भविष्य से खेल रहा है वही प्रदेश के डी एड,बीएड और टेट उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के शासकीय नौकरी का रास्ता बंद कर रहा है साथ ही शिक्षा सत्र के आरंभ में ही स्कूल और शिक्षक विरोधी कार्य से एक ओर शिक्षको का मनोबल हीरा रहा है वही दर्ज संख्या के आधार पर शिक्षकों की संख्या निश्चित करके आने वाले पीढ़ी को बरबाद करने तुला है।
इस संबंध में शिक्षक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राजनारायण द्विवेदी एवम् गवर्मेंट एम्पलाईज वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण कुमार नवरंग ने संयुक्त बयान जारी कर कहा है की जो लोग लेनदेन करके शिक्षको को मनमाने पोस्टिंग दिलवाते है और भर्ती सेटअप के विरुद्ध मनमाने ढंग से ज्वाइनिंग करवाए है वही लोग मोर्चा बनाकर शिक्षको के रहनुमा बनने का नाटक कर रहे हैं जिसका हमारा महासंघ पुरजोर विरोध करता हैं।
महासंघ से जुड़े प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बनाफर, शिव सारथी,शंकर यादव, धरम दास बंजारे,चेतन बघेल,अनिल टोप्पो,विक्रम राय सहित 10से अधिक संगठन शामिल है


