
रायपुरियन्स भी बन सकते हैं नेशनल- इंटरनेशनल शूटिंग चैंपियन
सुभाष स्टेडियम में टॉप गन एकेडमी का निशानेबाज़ी के खेल का समर कैंप शुरू
सारे राइफ़ल- पिस्तौल ओलंपिक ग्रेड है जिनको जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया से मंगाया गया है
तीन महीने प्रशिक्षण के बाद खिलाड़ियों को स्टेट और नेशनल शूटिंग चैंपियन प्रतियोगिता में भाग लेने का सुनहरा अवसर
रायपुर,आपको निशानेबाज़ी (शूटिंग) का शौक है और आगे बढ़ने का जुनून है तो आप भी इसकी ट्रेनिंग लेकर काफी अच्छे निशानेबाज बन सकते हैं। निशानेबाज़ी ऐसा खेल है जिसमें कई दशकों से भारत का दबदबा कायम है। देश को सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मेडल निशानेबाजी में ही मिलते हैं।ओलिंपिक में भारत के निशानेबाजों ने अब तक कुल 4 पदक जीते हैं। इस खेल में पारंगत होने के लिए आपको छत्तीसगढ़ से बाहर जाने की जरूरत नहीँ है टॉप गन एकेडमी द्वारा राजधानी के नेताजी सुभाष स्टेडियम में निशानेबाज़ी के खेल का समर कैंप चलाया जा रहा है जिसमें 9 से 60 वर्ष तक के लोगों को 10 मीटर एयर राइफ़ल व एयर पिस्टल में पिछले 6 वर्षों से ट्रेनिंग दी जा रही है ।
एयर राइफ़ल, एयर पिस्टल दोनों की ट्रेनिंग-
टॉप गन एकेडमी के प्रशिक्षक गोपाल दुबे ने बताया कि यहाँ एयर राइफ़ल, एयर पिस्टल दोनों की ट्रेनिंग दी जाती है जिसमें वर्तमान में पचास प्लस नैशनल शूटर है जिसमें बारह वर्ष से लेकर 60 वर्ष तक के शूटर शामिल हैं व 25 ज़्यादा बच्चे भारतीय नैशनल टीम के ट्रायल में है ।
50 से ज़्यादा नैशनल प्लेयर-
यह राज्य की पहली एकेडमी है जिसमें 50 से ज़्यादा नैशनल प्लेयर है। यहाँ स्केट ट्रेनिंग सिस्टम है जिसको रशिया से मंगाया गया है व सारे राइफ़ल- पिस्तौल ओलंपिक ग्रेड है जिनको जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया से मंगाया गया है। खास बात यह है कि एकेडमी में हाई ग्रेड इलेक्ट्रॉनिक टारगेट मशीन है जिसको स्विट्ज़रलैंड से मंगाया गया है । शूटिंग ही एक मात्र ऐसा खेल है जिसमें भारत को पहला ओलंपिक गोल्ड मेडल मिला तथा वह यह वर्ल्ड कप वर्ल्ड चैंपियनशिप और सारे इंटरनेशनल मैच में सबसे ज़्यादा मेडल दिलाने वाला स्पोर्ट्स है। वर्तमान में पेरिस 2024 ओलंपिक में शूटिंग में भारत को 27 सबसे ज़्यादा ओलंपिक कोटा मिला है।
स्टेट और नेशनल शूटिंग चैंपियन प्रतियोगिता में भाग लेने का है सुनहरा अवसर-
प्रशिक्षक गोपाल दुबे ने बताया कि तीन महीने प्रशिक्षण के बाद खिलाड़ियों को स्टेट और नेशनल शूटिंग चैंपियन प्रतियोगिता में भाग लेने का अवसर मिल सकता है। आयोजक ने बताया कि यहाँ शूटिंग के साथ-साथ बच्चों को शूटिंग में आवश्यक एकाग्रता के लिए योग व फिजिकल ट्रैनिंग भी कराया जा रहा है । प्रशिक्षक गोपाल ने बताया कि आने वाले 20 से 30 अप्रैल तक भोपाल में होने वाले इंडियन नेशनल टीम में शामिल होने के लिए 20 खिलाड़ी बड़ी शिद्दत से तैयारी कर रहे हैं


