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रायपुर। भाजपा ने छत्तीसगढ़ में नौ-दो- ग्यारह का लक्ष्य तेज कर चुनावी अभियान को गति दे दी है। राज्य की कुल 11 संसदीय सीटों में से नौ पर भाजपा का कब्जा है, जबकि कांग्रेस के खाते में दो सीटें हैं। भाजपा ने कांग्रेस के कब्जे वाली दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशियों को विजयश्री दिलाने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। युवा, किसान, ओबीसी, अल्पसंख्यक, महिला मोर्चा समेत अनुशांगिक संगठनों को सक्रिय कर दिया है। विधानसभा चुनाव की तर्ज पर लोकसभा में भी उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही भाजपा ने प्राथमिक बढ़त बना ली है। वहीं कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित अपने कई पूर्व मंत्रियों को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में है। भाजपा पिछली बार 2019 के लोकसभा चुनाव में हारी हुई दो सीट बस्तर और कोरबा को जीतने के लिए मशक्कत में जुटी है। इसके लिए केंद्रीय नेताओं का दौरा लगातार चल रहा है। 22 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्वयं बस्तर लोकसभा के कोंडागांव विधानसभा में पहली चुनावी बैठक ली थी। हालांकि विधानसभा की जीत के बाद से ही भाजपा के दिल्ली में बैठे शीर्ष नेताओं ने कमान संभाल ली थी।