
गरियाबंद। छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग के 52शिक्षक कल राजभवन में शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल हरिनंदन उत्कृष्ट कार्य के लियॆ राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित करेंगे जिसमें गरियाबंद जिले की शिक्षिका श्रीमती लता बेला मोंगरे भी शामिल है।
राज्यपाल पुरस्कार हेतु चयनित
शिक्षक का परिचय
नाम- *श्रीमती लताबेला मोंगरे* पदनाम सहायक शिक्षक (एल.बी) स्कूल का नाम शास. प्राथ. शाला जोबा वि.सं. व जिला गरियाबंद (छ.ग.)
नियुक्ति तिथि – 08.09.1998
मो.नं. 9131602407. 8085868588
*आपका गुण* :- अनुशासन प्रिय कर्त्तव्यनिष्ठ, ईमानदार, विनम्र स्वभाव, सरल व्यक्तित्व, मिलनसार, शिक्षण कार्य में नवाचार का प्रयोग कर बच्चो एवं ग्रामीणो के साथ पारिवारीक माहौल तैयार कर शिक्षा को सरल एवं ग्राह्य बनाने की कला है ।
*आपका स्कूल के प्रति समर्पण*- स्कूल को अपना घर मानकर बच्चों को प्रत्येक गुणो में विकसित कर कठिन से कठिन प्रश्नो का हल कर पुष्प के रूप में बच्चे के मन में अर्पित करना । शिक्षारूपी वृक्ष को त्याग तपस्या से हरा भरा करते हुए प्रत्येक छात्र के शैक्षणिक विकास को खेल खेल में शिक्षा प्रदान करते हुए स्वास्थ्य शिक्षा, पर्यावरण, स्वच्छता व लोक संस्कृति कला में नवाचार के माध्यम से स्मार्ट क्लास निर्माण कर पालक बालक सम्मेलन, महिला समूह में बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित कर सहायक शिक्षक सामाग्री के माध्यम से गायन वादन के माध्यम से सरल गतिविधि द्वारा खेल खेल में शिक्षा प्रदान करना। मोहल्ला क्लास, अंगना म शिक्षा, कबाड़ से जुगाड, वैज्ञानिक गतिविधि को विज्ञान से जोड़कर छात्र-छात्राओं के द्वारा प्रयोग करते हुए शिक्षण कार्य में प्रयोग तथा राज्य स्तर, जिला स्तर के प्रतियोगिताओं में सहभागिता निभाया। विद्यालय के बच्चो में कौशल विकास एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु स्वयं की राशि से म्यूजिक सिस्टम क्रय किया ।
आपकी उपलब्धि 1. मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण शिक्षादूत सम्मान 2. डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम शिक्षा रत्न अवार्ड 2019 3. मिनीमाता महिला सशक्तिकरण अवार्ड 2019 4. शिक्षारत्न मैत्री अवार्ड 2015 5. ज्योतिबा फुले अवार्ड, नई दिल्ली- डॉ. भीमराव अंबेडकर शिक्षारत्न अवार्ड जिलाधीश गरियाबंद द्वारा 26 | जनवरी 2023 को सम्मान संस्कृति विभाग रायपुर द्वारा सम्मान बस्तर, दुर्ग चेन्नई उड़ीसा एवं राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर छ.ग. शासन के कार्यक्रम एवं अन्य सामाजिक संगठनों के द्वारा सम्मान से सम्मानित एवं पुरूस्कृत । छत्तीसगढ़ माटीपुत्र सम्मान, छत्तीसगढ़ रत्न सम्मान सामाजिक समरसता सम्मान से सम्मानित ।
स्कूल के प्रति लक्ष्य – पिछड़ें अंचल के बालक बालिकाओं को अच्छा शिक्षा प्रदान करते हुए अपने संस्था एवं ग्राम को विश्व के पटल पर शिक्षा जगत का परचम लहराते हुए जिला एवं राज्य का नाम रोशन करते हुए छ.ग. शासन के मंशानुसार खरा उतरने का प्रयास गरीब बच्चो को पाठ्य सामग्री प्रदान कर एवं आवश्यक उपयोगी सामग्री प्रदान कर सहयोग प्रदान करना ।
छत्तीसगढ़ के लिए खेल खेल में पढ़ाई को बढ़ावा देते हुए नवाचार के माध्यम से प्राथमिक स्तर के शिक्षा में तकनिकी शिक्षा को आगे बढ़ाना तथा छत्तीसगढ़ का नाम शिक्षा जगत में आगे लाना, बालिका शिक्षा को प्राथमिकता के क्रम से बढ़ावा देना मुख्य लक्ष्य है ।


