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दखल छत्तीसगढ़ खबर का असर : अनियमित कर्मियों का बकाया वेतन आयुक्त के निर्देश पर भुगतान किया गया बकाया वेतन से आर्थिक तंगी के कारण पत्नी की हत्या कर पति ने आत्महत्या किया था

पेण्ड्रा/दिनांक 24 अगस्त 2023

खबर का असर

अनियमित कर्मियों का बकाया वेतन आयुक्त के निर्देश पर भुगतान किया गया

बकाया वेतन से आर्थिक तंगी के कारण पत्नी की हत्या कर पति ने आत्महत्या किया था

डोंगरिया एकलव्य विद्यालय के मद से उधार लेकर लाटा व नेवसा के कर्मियों का भुगतान किया गया

एकलव्य छात्रावास के अनियमित कर्मियों को नहीं मिला था 5 माह से वेतन

पेण्ड्रा / 5 माह से वेतन नहीं मिलने पर आर्थिक तंगी में पति पत्नी में विवाद के बाद पत्नी की हत्या करके पति द्वारा खुदकुशी करने के बाद आदिवासी विकास विभाग रायपुर की आयुक्त शम्मी आबिदी के निर्देश पर जीपीएम जिले के सहायक आयुक्त ललित शुक्ला ने एकलव्य आवासीय विद्यालय डोंगरिया के मद से राशि लेकर एकलव्य आवासीय विद्यालय लाटा एवं नेवसा के सभी अनियमित कर्मियों का बकाया राशि का भुगतान दोनों संस्था के प्राचार्य के माध्यम से करा दिया है। बता दें कि आयुक्त ने सहायक आयुक्त को स्पष्ट निर्देश दिया था कि चाहे किसी भी मद से हो लेकिन भुगतान हर हाल में होना चाहिए।

शासकीय विभागों में अनियमित कर्मियों के मानदेय भुगतान की स्थिति बहुत ही खराब है। बड़े बड़े अधिकारियों के वेतन भुगतान तो महीने की पहली तारीख से पहले हो जाते हैं लेकिन कम तनख्वाह में काम करने वाले अनियमित कर्मियों को मानदेय के लिए कई कई महीने टरकाया जाता है।

ऐसा ही मामला पेण्ड्रा ब्लाक के एकलव्य आवासीय विद्यालय लाटा और गौरेला ब्लाक के एकलव्य आवासीय विद्यालय नेवसा का सामने आया जहां फंड का अभाव बताकर 5 माह से अनियमित कर्मियों को मानदेय नहीं दिया गया। जिसका नतीजा यह हुआ कि पेण्ड्रा शहर के वार्ड क्रमांक 1 शिकारपुर मोहल्ले में रहने वाले दंपत्ति मोहित रजक एवं उसकी पत्नी प्रीति रजक में आर्थिक तंगी के कारण आए दिन विवाद होने लगा और स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त कि रात्रि में विवाद इतना बढ़ा कि पति ने पत्नी की हत्या कर खुद फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। दोनों पति पत्नी एकलव्य आवासीय विद्यालय छात्रावास लाटा में अनियमित कर्मचारी के रुप में काम करते थे। पति दैनिक वेतन भोगी के रूप में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के पद पर कार्यरत था जबकि पत्नी अंशकालीन कर्मचारी के पद पर कार्यरत थी। दोनों को 5 माह से मानदेय नहीं मिला था।

यह मामला आदिवासी विकास विभाग रायपुर छत्तीसगढ़ की आयुक्त शम्मी आबिदी के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने जीपीएम जिले के सहायक आयुक्त ललित शुक्ला को निर्देश दिया था कि किसी भी मद से सभी अनियमित कर्मचारियों का बकाया मानदेय भुगतान कर दिया जाए।

चूंकि एकलव्य आवासीय विद्यालय लाटा और नेवसा के मद में शासन द्वारा राशि नहीं भेजा गया है इसलिए आयुक्त के निर्देश के बाद सहायक आयुक्त ने मरवाही ब्लाक के एकलव्य आवासीय विद्यालय डोंगरिया के मद से राशि लेकर सभी अनियमित कर्मियों को भुगतान की व्यवस्था बनाई जिसके बाद दोनों संस्था के प्राचार्य ने सभी अनियमित कर्मियों के खाते में बुधवार को 4 माह के मानदेय राशि जमा करा दिया है जिससे अनियमित कर्मियों ने राहत महसूस किया है।

मरने के बाद खाते में आया मानदेय का राशि

एकलव्य आवासीय विद्यालय लाटा के अनियमित कर्मी मोहित रजक एवं उसकी पत्नी प्रीति रजक के खाते में भी मानदेय की राशि जमा करा दी गई है लेकिन यह राशि उनके मरने के बाद खाते में आई है।

अनियमित कर्मियों का बकाया मानदेय राशि खाता में जमा करा दिया गया है – प्राचार्य

इस संबंध में जानकारी देते हुए एकलव्य आवासीय विद्यालय लाटा के प्राचार्य विष्णु प्रसाद कुर्रे ने बताया कि उन्हें आदिवासी विकास विभाग जीपीएम जिले के सहायक आयुक्त द्वारा राशि उपलब्ध कराए जाने के बाद उन्होंने तत्काल वह राशि अनियमित कर्मियों के खाते में जमा करा दिया है।

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