विषय बाध्यता समाप्ति का विरोध ,शिक्षा गुणवत्ता को होगी हानि : शिक्षक संवर्ग
रायपुर। छत्तीसगढ मे मिडिल स्कुलों मे उच्च वर्ग शिक्षक मे पदोन्नति एवं नई भर्ती मे अलग अलग विषयो की बाध्यता को समाप्त कर दिया गया है ,अब विषय विशेषज्ञ की आवश्यकता नही है ,जबकी आत्मानंद स्कूलों मे ऐसा नही है, ऐसे समय मे जब शिक्षा गुणवत्ता हेतु शिक्षा जगत अनेक प्रयास ,नये प्रयोग ,उच्च मानक और सावधानियां और अनेक सलाह विशेषज्ञों से ले रही है,इस हेतु अनेक सावधानियां बरत रही है प्रदेश के मिडिल स्कूलों मे विषय बाध्यता समाप्त कर देना शिक्षा गुणवत्ता मे गिरावट लाएगी ,इससे सरकारी स्कूलों मे पढनें वाले गरीब,किसान ,छत्तीसगढिया बच्चों को सीधे सीधे हानि है।
शिक्षा के अधिकार कानून मे भी विषय शिक्षक का प्रावधान किया गया है ,टीईटी मे भी विषय आधार है ,जबकी उच्च वर्ग शिक्षक हेतु भर्ती मानक, पदोन्नति मानक स्नातक है यह मान लेना की दसवी तक सभी विषय पढे हुए ,उच्चवर्ग शिक्षक श्रेणी के विषय को अच्छे से पढा लेंगे उचित नही है जबकी विषय विशेषज्ञ स्नातक अभ्यर्थी उपलब्ध हैं विषय आधार पर भर्ती हुए सहायक शिक्षक पदोन्नति के लिए उपलब्ध हैं ,यह निर्णय निश्चित रूप से शिक्षा गुणवत्ता के हक मे नही है , अब आर्ट्स विषय वाला गणित ,और गणित वाला संस्कृत पढाएगा , शिक्षा गुणवत्ता कैसी रहेगी सीधे तौर पर समझा जा सकता है ,,यह नियम मात्र छत्तीसगढ के सरकारी स्कूलों मे पूर्व नियम अनुभव को दरकिनार कर लागू कर दिया गया है शिक्षा के अधिकार क़ानून का उलंघन है ,इससे बच्चों को ही हानि होगी ।
अब तीन वर्ष किसी विषय मे समय और धन खर्च कर चुके अभ्यर्थियों और विषय आधारपर चयनित पदोन्नति के नजदीक सहायक शिक्षकों मे नाराजगी भी है ,,प्रबुद्ध वर्ग और सरकार ,शिक्षा विशेषज्ञों को इस पर पुनः विचार करना आवश्यक है , प्रदेश मे शिक्षक नेतागण ऋषि राजपूत ,आनंद साहू,नीलम मेश्राम ,ललित साहू ,एकलव्य साहू घनश्याम ठाकुर ,सूरज साहू,सुनीता रावल,प्रकाश राणा,अनुपम तिवारी ,अमित साहू,हितेंद्र नेताम,देवेंद्र मानिकपुरी ,अजय सिदार, ने बालक पालक और शिक्षा के हित मे इस नये प्रयोग का विरोध किया है ,,विषय बाध्यता पुर्व के अनुरुप रखने पुरजोर मांग रखी है ,,आने वाले समय मे शिक्षा गुणवत्ता के हक मे आंदोलन की बात रखी गयी है ,,नियम पुर्ववत करने शिक्षक व अभ्यर्थी संवर्ग ने आदरणीय सी एम साहब से विनम्र निवेदन किया है शासन से इस ओर गंभीरता से तत्काल ध्यान देने निवेदन किया गया है ।


